नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) और लद्दाख (Laddakh) क्षेत्र में 24 घंटे के भीतर 5 बार धरती कांपी हैं। इनकी तीव्रता बहुत ज्यादा नहीं थी। सबसे बड़ा भूकंप (Earthquake) 4.5 तीव्रता का आया था। भारत-चीन सीमा पर भी लगातार दो बार धरती डोली। शनिवार दोपहर 2.03 बजे जम्मू और कश्मीर में 3.0 की तीव्रता का पहला भूकंप आया था। एक अधिकारी ने बताया कि भूकंप का केंद्र जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन जिले में सतह से 5 किमी नीचे था। दूसरी बार रात करीब 9.44 बजे लद्दाख में धरती कांपी। लेह से 271 किमी उत्तर पूर्व क्षेत्र में आए इस भूकंप की तीव्रता 4.5 थी। 15 मिनट के भीतर ही भारत-चीन सीमा पर भूकंप आया। एक के बाद एक लगातार धरती डोलने से लोग दहशत में रहे। अच्छी बात यह है कि इससे किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में रात 9.55 बजे 4.4 की तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया।
उल्लेखनीय है कि पिछले 5 दिनों में डोडा जिले में आया यह सातवां भूकंप था। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने ट्वीट किया कि 17 जून को जम्मू-कश्मीर के डोडा में 18 किमी गहराई में 4.4 तीव्रता का भूकंप आया। रविवार तड़के भी भारत चीन-सीमा के क्षेत्र में 4.1 तीव्रता का फिर भूकंप आया। इसका केंद्र लद्दाख में लेह से 295 किमी उत्तर पूर्व में था। पांचवीं और आखिरी बार भूकंप जम्मू-कश्मीर में कटरा के पास महसूस किया गया। 4.1 तीव्रता का यह भूकंप तड़के 3.50 बजे कटरा से 80 किमी पूर्व 11 किमी गहराई में था। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने ट्वीट किया कि 4.1 तीव्रता का भूकंप 18 जून को 3.50 बजे सुबह कटरा से 80 किमी पूरब में 11 किमी गहराई में आया।