रोसीयू । रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तान में युवा खिलाड़ियों के साथ भारतीय टीम बुधवार से यहां शुरु हो रहे पहले क्रिकेट टेस्ट मैच में मेजबान वेस्टइंडीज (Westindies) के खिलाफ अच्छी शुरुआत करने के इरादे से उतरेगी। भारतीय टीम दो टेस्ट मैचों की इस सीरीज को जीतने के इरादे से उतरेगी। भारतीय टीम के इस दौरे में यशस्वी जायसवाल सहित युवा खिलाड़ियों पर सभी की नजरें रहेंगी। वहीं दूसरी ओर मेजबान वेस्टइंडीज विश्व कप क्वालीफायर में मिली से सबक लेते हुए इस सीरीज में बेहतर प्रदर्शन कर अपना मनोबल बढ़ाने उतरेगी हालांकि ये उसके लिए बेहद कठिन होगा। हाल के दिनों में मेजबान टीम लगातार कमजोर हुई है जबकि भारतीय टीम शीर्ष स्तर की टीमें में शामिल है। इस सीरीज में भारतीय टीम बदलावों के साथ उतरी है। अनुभवी चेतेश्वर पुजारा की जगह युवा बल्लेबाज यशस्वी को अवसर दिया है। ऐसे में घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाले यशस्वी अपने को साबित करने उतरेंगे। यशस्वी को किस क्रम पर उतारा जाता है ये देखना होगा क्योंकि मध्यक्रम में युवा शुभमन गिल (Shubman Gill) भी उतरते हैं।
यशस्वी पश्चिम क्षेत्र और शेष भारत के लिए पारी की शुरूआत करते आये हैं। इसलिए उन्हें शीर्षक्रम पर भी उतारा जा सकता है। इस साल के अंत में दक्षिण अफ्रीका के दौरे से पहले इस युवा बल्लेबाज के लिए अनुभवी केमार रोच, शेनोन गैब्रियल, अलजारी जोसफ और जैसन होल्डर जैसे गेंदबाजों को खेलना अच्छा अनुभव होगा। भारत का नया विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप चक्र पिछले दो चक्रों की तुलना में इस बार कठिन होगा। गत दो सत्र में भारतीय टीम तेज गेंदबाजी और बल्लेबाजी क्रम के बल पर फाइनल में पहुंची थी। वहीं अब प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह लंबे समय से चोटिल हैं जबकि मोहम्मद शमी को इस श्रृंखला के लिए आराम दिया गया है। ऐसे में भारतीय टीम के आक्रमण में पैनापन घटा है। अनुभवी तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा पिछले दो चक्र के लिए टीम में थे पर इस बार उन्हें भी टीम से बाहर कर दिया गया है। इसके अलावा अनुभवी उमेश यादव हैमस्ट्रिंग की चोट के बाद शायद ही वापसी कर पायें है। ऐसे में युवा मोहम्मद सिराज तेज गेंदबाज आक्रमण की अगुवाई करेंगे। उनका साथ तेज गेंदबाज ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर देंगे।
स्पिन की जिम्मेदारी रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की स्पिन जोड़ी पर रहेगा। इन चारों का चयन तो तय है पर युवा तेज गेंदबाज मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट और नवदीप सैनी में से किसी एक को शामिल करना आसान नहीं होगा। विकेटकीपर के तौर पर कोना भरत पर ईशान किशन को वरीयता दिए जाने की उम्मीद है क्योंकि ईशान बेहतर बल्लेबाजी भी करते हैं। टेस्ट प्रारूप में पिछले कुछ साल में वेस्टइंडीज टीम का प्रदर्शन ठीक रहा है ऐसे में उसे खारिज करना भी सही नहीं होगा। मेजबान टीम के पास केमार रोच 261 विकेट और गैब्रियल 164 विकेट जैसे अनुभवी तेज गेंदबाज हैं। भारतीय टीम को इन दोनो ही गेंदबाजों से सावधान रहना होगा। कप्तान रोहित शर्मा, उपकप्तान अजिंक्य रहाणे और विराट कोहली के लिए कैरेबियाई पिचों पर अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन आसान नहीं रहेगा।
विराट को कुछ बड़ी पारियां खेलनी होगी। ऑफ स्टम्प से बाहर जाती गेंदों पर उनकी कमजोरी कैरेबियाई गेंदबाज जान सकते हैं। ऐसे में खराब प्रदर्शन उन्हें टीम से बाहर करवा सकता है।
वहीं वापसी के साथ ही उपकप्तान बनाये गये रहाणे को भी बेहतर प्रदर्शन कर अपने को साबित करना होगा।
दोनो ही टीमें इस प्रकार हैं: भारत : रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, रूतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, यशस्वी जायसवाल, अजिंक्य रहाणे, केएस भरत, ईशान किशन, रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट, नवदीप सैनी।
वेस्टइंडीज : क्रेग ब्रेथवेट (कप्तान) , जर्मेन ब्लॉकवुड, जोशुआ डासिल्वा, एलिक अथानाजे, रहकीम कॉर्नवेल, शेनोन गैब्रियल, जैसन होल्डर, अलजारी जोसेफ, रेमन रीफर, केमार रोच, टी चंद्रपॉल, किर्क मैकेंजी, जोमेल वारिकन।