GWALIOR. जेएएच के अधीक्षक के खिलाफ एक नर्सिंग ऑफिसर द्वारा लगाए गए संगीन आरोपों का मामला सुलझता नही दिख रहा। इस मामले में अब विभाग की यूनियनें आरोप लगानी वाली महिला के खिलाफ ही लामबंद होने लगी है। नर्सिंग ऑफिसर पूनम सराणकर के आरोपो के खिलाफ आज मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोर्चा खोल दिया।
समिति की सचिव निधि शर्मा ने अन्य पदाधिकारियों के साथ प्रेस से बातचीत करते हुए पूनम के आरोपों पर ही गंभीर सवाल उठाए। चिकित्सा शिक्षा विभागीय समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि पूनम सराणकर द्वारा चिकित्सा शिक्षा विभाग की पूरी कार्यप्रणाली पर आरोप लगाए हैं जिससे विभाग की छवि धूमिल हुई है और इसके पीछे कोई बहुत बड़ा षड्यंत्र है ।
अगर गलत हुआ तो कोर्ट -थाने क्यों नहीं गईं
उन्होंने यह भी कहाकि अगर उनके साथ कुछ गलत हुआ है तो उन्हें अपनी आवाज पुलिस और कोर्ट में उठानी चाहिए थी । लेकिन उनके पास कोई सबूत नहीं है इसके कारण केवल मीडिया में इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। इससे चिकित्सा शिक्षा विभाग में काम करने वाली अन्य महिला कर्मचारियों को भी इसके कारण शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है। इसीलिए चिकित्सा शिक्षा विभाग से जुड़े सभी कर्मचारी इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं और झूठे आरोप लगाने वालों पर कड़ी शासकीय कार्यवाही की मांग की जाती है.