-प्रदीप शर्मा-
भिण्ड। चम्बल अंचल में भदावर राजाओं का शासन लम्बे समय तक रहा है,उस दौरान कई ऐतिहासिक धरोहरों का निर्माण और पुनर्निर्माण भी इन शासकों ने कराया था,आज ये संपदा पुरातत्व विभाग के अधीन है,लेकिन किसी असामाजिक तत्व द्वारा भिंड ज़िले के प्राचीन शिव मंदिर श्री बौरेश्वर धाम पर लगे पुरातत्व विभाग के जानकारी बोर्ड पर किसी ने भदावर मिटाकर गुर्जर लिखा दिया फिर क्या था बवाल तो मचना ही था,तीन दिन पहले क्षत्रिय समाज और करणी सेना ने इस मामले में संज्ञान लेकर फूप थाना प्रभारी को ज्ञापन दे कर कार्रवाई की माँग की लेकिन इस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया,बल्कि करणी सेना के पदाधिकारियों का आरोप था कि थाना प्रभारी ने उनसे अभद्रता तक की,इसी तारतम्य में करणी सेना के आह्वान पर भिंड ज़िला मुख्यालय पर एक रैली के माध्यम से भिंड पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देना तय हुआ,शनिवार को जब क्षत्रिय समाज के युवा और करणी सेना के कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष संतोष सिंह भदौरिया के नेतृत्व में नगर पालिका पर एकत्रित हुए तो इस बात की भनक लगते ही भारी पुलिस बल जिनमें देहात और शहर कोतवाली थाना प्रभारियों समेत आधा दर्जन निरीक्षक, क़रीब एक दर्जन से अधिक उप निरीक्षक, दो डीएसपी, और तमाम पुलिस आरक्षकों ने उन्हें घेराबंदी कर नगर पालिका परिसर में ही कैद कर दिया,अचानक इस तरह क़ैद किए जाने से रैली में शामिल होने आए प्रदर्शनकारियों ने भी जमकर हंगामा किया,हालाँकि किसी भी तरह के लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति से निपटने को लेकर भी पुलिस तैयारी कर आयी थी,लाठी चार्ज से लेकर आंसू गैस के गोले तक बैकअप में माँगे लिए गए थे,काफ़ी बहस और हंगामे के बाद जाकर पुलिस और प्रदर्शनकारियों ने सामंजस्य बैठा कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को नगर पालिका बुला कर वहीं एक ज्ञापन उन्हें बौरेश्वर मंदिर की घटना और फूप थाना प्रभारी के रवैये को लेकर कार्रवाई के लिए एएसपी कमलेश खरपुसे को सौंपा,करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष संतोष सिंह भदौरिया का कहना था कि किसी असामाजिक तत्व ने भदावर शासकों द्वारा निर्मित बौरेश्वर महादेव मंदिर को आर्कियोलॉजिकल विभाग के संरक्षण में है,वहाँ लगाये गये पुरातत्व विभाग के इतिहास की जानकारी बोर्ड से छेड़छाड़ कर हमारे समाज पर प्रहार किया है,हम नहीं जानते कि वह कौन लोग थे,लेकिन उनका एक आईडी प्रूफ हमें मिला था,हमने तुरंत इस संबंध में फूप थाना टीआई प्रमोद साहू को सूचित किया लेकिन उनका हमारे प्रति व्यवहार बहुत ग़लत था,उन्होंने कहा की भिंड एसपी को ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए अगर सीएम शिवराज तक मेरी बात पहुँचती है तो उनसे भी कहना रहेगा कि जो ऐसे भ्रष्ट पुलिस अधिकारी जो भिंड में कार्यरत है,और हर समाज को गाली देकर बात करते हैं तत्काल यहाँ से उनकी सेवाएँ बर्खास्त करिए,उन्होंने कहा कि हमारे क्षत्रिय समाज के जो लोग ज्ञापन लेकर शिकायत करने गए थे,उनके साथ भी बहुत अभद्रता से बात की,फूप थाना प्रभारी प्रमोद साहू को लेकर भी पूरे समाज में अब आक्रोश है,संतोष भदौरिया ने मिहिर भोज के अब बौरेश्वर धाम को टारगेट किए जाने को लेकर पूछे सवाल पर कहा कि “कुछ अपराधी क़िस्म के तत्व हैं जो शायद चाहते हैं कि दो समाजों के बीच हिंसा भड़के,और उनके इरादों को बढ़ावा मिलता है यहाँ यहाँ के प्रशासन से हमारी आज भी यह माँग है जो पुरातत्व विभाग के रिकॉर्ड में हो वह भले ही कुछ भी उसे फिर से उस बोर्ड पर लिखवाया जाए, यदि वहाँ भदावर वंश लिखा था तो वह लिखवाए और अगर पुरातत्व विभाग में इस संबंध में कोई और जानकारी हो तो उसको भी लिखवाया जाए,करणी सेना किसी समाज का विरोध नहीं कर रहीं लेकिन क्षत्रिय समाज इतना कमज़ोर भी नहीं है कि कोई हमारे घर में घुसकर हमारे समाज के खिलाफ़ कोई बोले आर हम चुपचाप देखते रहे,उन्होंने यह भी साफ़ कर दिया के संबंध में जो भी उनके साथ खड़ा रहेगा,आगामी चुनावों में भी उसी को साथ मिलेगा चाहे वो कोई राजनैतिक दल हो या वर्तमान विधायक अथवा मंत्री हो ।