ग्वालियर। बीजेपी पार्टी के लिए लंबे समय से अपराजेय बनी विधानसभा सीटों पर फोकस करने की रणनीति पर काम कर रही है। इनमे सबसे महत्वपूर्ण है भिण्ड जिले की लहार विधानसभा सीट जिस पर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ गोविंद सिंह लगातार 33 वर्षों से अपराजेय बने हुए हैं । इस सीट पर बीजेपी हार का सिलसिला तोड़ने को आतुर है और इसी प्रयास के चलते आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एक साथ आज दोपहर बाद ग्वालियर पहुंचेंगे ।
यह है कार्यक्रम
ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर पहुंच गए है जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर 1.30 बजे भोपाल से प्लेन से प्रस्थान कर दोपहर 2.05 बजे ग्वालियर एयरपोर्ट आएंगे। मुख्यमंत्री दोपहर 2.10 बजे ग्वालियर से सिंधिया को साथ लेकर हैलीकाप्टर द्वारा प्रस्थान कर दोपहर 2.35 बजे लहार पहुंचेंगे। लहार में कार्यक्रम उपरांत सायं 6.15 बजे लहार से हैलीकाप्टर द्वारा प्रस्थान कर सायं 6.40 बजे ग्वालियर पहुंचेंगे। इसके बाद सायं 6.45 बजे ग्वालियर से प्लेन द्वारा भोपाल के लिए रवाना होंगे।
सिंधिया के कट्टर विरोधी हैं डॉ सिंह
नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह की गिनती शुरू से ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के धुर विरोधी के रूप में होती है। काँग्रेस में रहते हुए भी मौका मिलते ही एक दूसरे पर निशाना साधते थे हालांकि हर बार विधानसभा चुनाव के पहले गोविंद सिंह द्वारा आयोजित सभा मे सिंधिया भी जाते रहे है । आज पहला मौका है जब लहार में सिंधिया डॉ गोविंद सिंह के खिलाफ मैदान में होंगे।
लहार जीतना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती
भिण्ड जिले की लहार सीट जीतना बीजेपी के लिए बहुत बड़ी चुनौती बनी हुई है। 1990 में डॉ गोविंद सिंह इस सीट से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे और तब से वे लगातार जीतते आ रहे है । यहां 33 साल से बीजेपी जीत का स्वाद चखने को तरस रही है। 2003 में उमा भारती ने भी यहीं से अपना चुनावी अभियान शुरू किया था हालांकि तब एमपी से कांग्रेस की सरकार का तो पतन हो गया। उमा भारती सीएम भी बन गईं लेकिन लहार में कांग्रेस के डॉ गोविंद सिंह अपराजेय ही रहे।