ग्वालियर। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से ग्वालियर सहित प्रदेश में आकर बसे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को जल्द भारतीय नागरिकता देने के लिए कवायद की जा रही है। प्रदेश के गृह मंत्रालय से ग्वालियर सहित सभी कलेक्टरों को पत्र जारी कर कहा गया है कि वे अपने जिले में ऐसे नागरिकों के लिए आफलाइन आवेदन लेकर कैंप आयोजित कर आइवीएफआरटी पोर्टल के माध्यम से आनलाइन आवेदन कराएं। इससे यह प्रकरण शासन स्तर पर पहुंच सकें और आगामी कार्रवाई की जा सके। ग्वालियर में ऐसे 20 लोग हैं, जिन्हें नागरिकता दी जानी है
प्रदेश के गृह मंत्रालय से जारी निर्देशों में कहा गया है जिलों से संबंधित भारतीय नागरिकता के प्रकरणों को आनलाइन प्रणाली के माध्यम से शासन स्तर पर भेजने के लिए भारत सरकार गृह मंत्रालय विदेशी प्रभाग नई दिल्ली के पत्र की जानकारी पूर्व में भेजी गई थी। इस संबंध में पूर्व में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव की वीसी भी आयोजित की गई थी। इसमें अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए अल्पसंख्यक समुदाय हिंदू, बौद्व, जैन, सिख, पारसी व ईसाई मध्यप्रदेश में निवासरत आवेदकों के भारतीय नागरिकता के प्रकरणों को यथाशीघ्र निराकृत करने के निर्देश मिले थे। इन निर्देशों के संबंध में जिलों में उक्त देशों से निवासरत आवेदकों के भारतीय नागरिकता के प्रकरणों-आवेदनों को विशेष शिविर का आयोजन कर आफलाइन आवेदनों को आइवीएफआरटी यानी आव्रजन, वीजा और विदेशी पंजीकरण और ट्रैकिंग पोर्टल के माध्यम से आनलाइन कराने की कार्रवई की जाए। इंदौर और भोपाल को छोड़कर शेष जिलों के प्रकरण शासन स्तर पर परीक्षण के बाद भिजवाना सुनिश्चित किए जाएं। वहीं इंदौर और भोपाल जिले को इसी पत्र में जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।इसको लेकर अब ग्वालियर जिले में प्रशासन और पुलिस के माध्यम से विशेष कैंप लगाए जाएंगे। ग्वालियर में ऐसे अल्पसंख्यकों की संख्या 20 है जिनके लिए अब यह कार्रवाई की जाएगी। जिन जिलों में 10 हजार की संख्या ऐसे लोगों की होती है वहां कलेक्टर को अधिकार रहते हैं, जहां संख्या कम है वहां ऐसे लोगों के प्रकरण भोपाल भेजे जाते हैं जहां से केंद्र स्तर पर कार्रवाई पूरी होती है।