भोपाल। जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे है बीजेपी में सामंजस्य होने की जगह विवाद और आपसी कलह बढ़ती ही जा रही है। अब मैहर से बीजेपी विधायक ने अपनी ही पार्टी के सांसद और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें ही कटघरे में खड़ा कर दिया और सवाल कर दिया कि हमारे चार बार के सांसद ने आखिर क्षेत्र के लिए किया क्या ?
यूं तो सतना के सांसद गणेश सिंह और मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी के बीच दूरियां जग जाहिर है और त्रिपाठी गाहे बगाहे अपनी सरकार के खिलाफ बोलते ही रहते हैं लेकिन इस बार मामला ज्यादा तीखा हो गया है। यह विवाद मैहर में नए बनाये गए ट्रॉमा सेंटर के उदघाटन के मौके पर सड़क पर आ गया। इस संमारोह मे विधायक नारायण त्रिपाठी ने सांसद के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया। कहा मैहर किसी की जागीर नही, सांसद जी आदतों से बाज नही आये तो मैहर में घुसना बंद हो जाएगा। उन्होंने मैहर में प्रशासन द्वारा प्रोटोकॉल का पालन न किये जाने पर भी जताई नाराजगी। उन्होंने कहा गणेश सिंह ने चार बार की सांसदी में दिया क्या ?
दरअसल मैहर सिविल अस्पताल में आगमन – निर्गमन के लिए बनाए गए द्वार और ट्रामा सेंटर के लोकार्पण कार्यक्रम में सांसद के हस्तक्षेप पर नारायण त्रिपाठी खुलकर सामने आ गए। उन्होंने कहाकि सांसद पहले बताए कि केंद्र की कौन सी योजना मैहर में लाये? मैहर के विकास के लिए चार बार की सांसदी के दौरान क्या दिए है। मैहर ही नही जिले में बताए केंद्र सरकार की क्या सौगात दिलाये बताए जिले की जनता को।
सांसद की तुलना रावण से की
विधायक त्रिपाठी ने यह भी कहाकि राज्य सरकार की योजनाओं विधायको के कार्यो का भूमि पूजन लोकार्पण कर विकास पुरुष बनने का दिखावा करना उचित नही होता है । उन्हें समझ लेना चाहिए कि घमंड तो रावण का भी नही रहा था तो सांसद क्या चीज है। मैं हाथ न लगाता तो तीसरी बार ही गुम गए होते। सम्मान के खिलाफ प्रोटोकॉल के खिलाफ कुछ भी बर्दाश्त नही करूंगा। राक्षसों के अंत के लिए ही नारायण का अवतार हुआ है। किसी को डरने की जरूरत नही हर स्तर पर अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी।इस तरह बिगड़ा मामला
विधायक नारायण अपने संबोधन में कहा कि अपनी विधायक निधि को मिलाकर तत्कालीन मंत्री नरोत्तम मिश्रा से यहां ट्रामा सेंटर स्वीकृत करवाया। मुख्यमंत्री से इसे स्वीकृति दिलवाई। बजट दिलवाया काम शुरू करवाया। पूरे काम की लगातार चिंता करता रहा। आज जब लोकार्पण की पूरी तैयारी हो गई तो सांसद अधिकारियों को फोन करके मना कर देते हैं कि इसका लोकार्पण मंत्री करेंगे। उन्हें यहां से जाने को कहा जाता है। इस आरोप के साथ ही सांसद पर तीखा हमला बोल दिया।