MORENA. मुरैना जिले में हुई एक सड़क दुर्घटना में दो बौद्ध भिक्षुओं की दुखद मौत हो गयी। मौत की खबर मिलने पर न केवल ग्वालियर – चम्बल अंचल बल्कि पूरे देश के बौद्ध धर्माबलंबियों में शोक की लहर फ़ैल गयी। यह दोनों भिक्षु अंचल में बहंते जी के रूप में सक्रिय और बौद्ध उपासकों में काफी लोकप्रिय थे।
ट्रक की टक्कर से हुई मौत
बताया गया कि बौद्ध भिक्षुओं की यह मौत एक सड़क दुर्घटना में हुई। यह घटना मुरैना जिले के सिविल लाइन थाना इलाके के राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई। बताया गया कि एक वाहन में सवार होकर तीन बौद्ध भिक्षु धौलपुर से मुरैना की तरफ आ रहे थे तभी गंगापुर हनुमान मंदिर के आगे अचानक उनका वाहन बंद हो गया। उस समय वहां तेज वर्षा हो रही थी इसके कारण बौद्ध भिक्षु व चालक वाहन में ही बैठे रहे तभी पीछे से ट्रक ने टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी भीषण की गाडी दूसरे ट्रैक पर पहुँच गयी
ट्रक बहुत स्पीड में था जिसके चलते बौद्ध भिच्छुऒं के वाहन में उसने इतनी तेज़ टक्कर मारी कि उनका वाहन दूसरे ट्रैक पर पहुंच गया। इससे गाडी तो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो ही गई साथ ही सभी सवार उसी में ही दबकर रह गए। राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी और आसपास के लोगों की मदद से पुलिस ने सभी घायलों को बड़ी मशक्क्त के बाद निकाला और मुरैना अस्पताल भिजवाया लेकिन वहां डॉक्टर ने दोनों भिक्षुओं को मृत घोषित कर दिया। एक को उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।
शोक की लहर फैली
आज दोनों भिक्षुओं का पोस्टमार्टम किया गया। इनमें से एक भिक्षु धम्म ज्योति भंते
का पार्थिव शरीर उनके चोरपुरा स्थित उनके स्थान पर ले जाया गया है जबकि जबकि एक अन्य भंते जी की पार्थिव देह ग्वालियर लाकर उनका बौद्ध रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाएगा। बौद्ध धर्मावलम्बी सोशल मीडिया पर अपने दुःख का इजहार कर रहे हैं। उनका कहना है कि
सभी धम्म उपासक और उपासिकाऔ पर दुःख का पहाड़ टूट पड़ा है। ऐसा प्रतीत होता है कि हमारा सब कुछ ही लुट चुका है, मुरैना नगर की धरती बिना धम्म ज्योति भंते जी के जाने से भंते विहीन हो चुकी है ।