ग्वालियर। मध्यप्रदेश के डीजीपी रह चुके भारतीय पुलिस सेवा के रिटायर आला अफसर की नातिन का कत्ल करने वाले हत्यारे घटना के पंद्रह घण्टे से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। घटना के बाद से इलाके में तनाव और दहशत का बना हुआ है। यहां माधवगंज थाना क्षेत्र के बेटी बचाओ चौराहे के नजदीक बीती रात दो बाइक पर सवार होकर पीछा करते हुए पहुंचे नकाबपोश हत्यारों ने अपनी स्कूटी से वापिस घर लौट रही छात्राओं पर पिस्टल से दो ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं थी जिससे एक छात्रा की मौत हो गई थी ।
ऐसे की सिरफिरे ने छात्रा की हत्या
पुलिस ने बताया कि माधवगंज क्षेत्र के सिकंदर कंपू क्षेत्र निवासी शैलेंद्र सिंह यादव की बेटी अक्षया यादव (19) लश्कर में लक्ष्मीबाई काॅलोनी स्थित कोचिंग मैथ्स पढ़ने जाती थी। सोनाक्षी शर्मा उसके पड़ोस में रहती है। सोमवार की शाम को दोनों छात्राएं एक साथ एक ही स्कूटी पर कोचिंग के लिए निकलीं। पढ़ाई के बाद बाजार जाकर उन्होंने कपड़े आदि सामान खरीदे और फिर वापिस घर के लिए आ रही थीं। एक्टिवा अक्षया यादव चला रही थी।जबकि उंसकी सहेली सोनाक्षी पीछे बेठी थी।दोनों कम्पू स्थित मेस्कॉट हॉस्पिटल चौराहे से निकलकर तिलक नगर के नजदीक पहुंचीं थीं, तभी दो बाइक पर सवार युवक उनका पीछा करते हुऐ आये और तेजी से गाड़ी बगल में लगाई। घबराई छात्राएं जब तक कुछ समझ पातीं तब तक पीछे बैठे बदमाश ने पिस्टल से ताबड़तोड़ एक के बाद एक दो गोलियां चलाईं। एक गोली अक्षया के हाथ और दूसरी सीने पर लगी। इसके बाद उसके हाथों से गाड़ी का नियंत्रण जाता रहा और गाड़ी के साथ दोनो छात्राएं गिर पड़ी । हत्यारे हवा में पिस्टल लहराते हुए सिंधी कॉलोनी की तरफ भाग निकले। उनकी चीख पुकार सुनकर स्थानीय लोग उनके नजदीक पहुंचे। उन्होंने घायल छात्रा और उसकी सहेली को ऑटो से जेएएच के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। तब तक पुलिस और छात्राओं के परिजन भी हॉस्पिटल पहुंच गए। लेकिन डॉक्टर इलाज शुरू कर पाते, इससे पहले ही अक्षया ने दम तोड़ दिया। लोगो से पूछताछ में पता चला कि गोली मारने के बाद हमलावर सिंधी काॅलोनी तिराहे की ओर भागे। मृतक़ा की सहेली ने बताया कि वे मुंह ढंके हुए थे और पीछा करते हुए आए थे।
घायल छात्रा को अस्पताल पहुंचाने पर पहले डॉक्टर ने उसे चेक करने के बाद डेड घोषित कर दिया। छात्रा को जब मोर्चरी भेजा जा रहा था तभी उसके पिता शैलेंद्र सिंह और मां ने बेटी के पास पहुंचकर उसे देखा डॉक्टर को बताया कि अक्षया की सांसें चल रहीं हैं। इस पर डॉक्टर फिर शव को एक बार ट्रोमा सेंटर ले गए। इसी दौरान एसपी राजेश सिंह चंदेल, एएसपी राजेश दंडोतिया भी अस्पताल पहुंच गए और डॉक्टर ने पुनः परीक्षण कर फिर मृत घोषित कर दिया।बताया जा रहा है कि आरोपी सुमित छात्रा की सहेली का लोहिया बाजार स्थित पुराने घर से पीछा कर रहा था। सहेली आरोपी सुमित से बात नहीं करती थी, लेकिन वह पीछा कर उससे बात करने और रोकने की कोशिश करता था। पुलिस के अनुसार अक्षया की इस हत्या में सुमित के एक साथी के रूप में इलाके के एक कुख्यात गुंडे बाला सुर्वे का नाम भी संदिग्ध आरोपियों की सूची में आया, लेकिन उसकी लोकेशन मुंबई मिली है। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना के पंद्रह घण्टे बीत जाने के बावजूद अभी तक हत्यारे पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
12 जुलाई को था जन्मदिन
इस नृशंस हत्याकांड में मारी गई छात्रा अक्षया यादव का जन्मदिन 12 जुलाई को यानी कल है और वह अपने बर्थडे को लेकर काफी खुश थी और उसे अपने परिजनों के साथ सेलिब्रेट करने की तैयारियों में जुटी थी । सोमवार की शाम को उंसकी कोचिंग थी । वहां वह पड़ौस में रहने वाली अपनी सहेली छात्रा के साथ गई थी जाने के पहले उसने मां से कपड़े आदि की शॉपिंग के लिए पैसे भी लिए थे। उसने मार्किट जाकर अपनी बर्थडे सेलिब्रेट करने के लिए कपड़े भी खरीदे थे।
पूर्व डीजीपी की नातिन है मृतक़ा
हत्यारों की गोली का शिकार हुई छात्रा प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) सुरेंद्र सिंह यादव की नातिन बताई गई है। सिंह ग्वालियर में भी अनेक पदों पर रह चुके हैं।