ग्वालियर। राशन वितरण में अनियमितता बरत रहीं उचित मूल्य की दुकानों के संचालकों के खिलाफ एफआईआर कराने के बाद चुप न बैठकर यह सुनिश्चित करें कि सभी पात्रता पर्चीधारियों को हर माह नियमित रूप से राशन मिल जाए। इस काम में ढ़िलाई पर संबंधित सहायक आपूर्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। यह बात कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने समाधान ऑनलाइन में चिन्हित शिकायतों के निराकरण की समीक्षा के दौरान कही। उन्होंने भितरवार व डबरा क्षेत्र में राशन वितरण संबंधी शिकायतों का ठीक ढंग से निराकरण न पाए जाने पर नाराजगी जताई और इस क्षेत्र के सहायक आपूर्ति अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने सीधे ग्रामीण को फोन लगाकर जानी स्थिति
रविवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक से मोबाइल फोन के जरिए उन्होंने भितरवार विकासखंड के ग्राम धोबट निवासी राशन हितग्राही गजेन्द्र सिंह से बात करवाकर शिकायत निराकरण की वस्तुस्थिति जानी। हितग्राही द्वारा यह बताए जाने पर कि उचित मूल्य के दुकानदार द्वारा उन्हें नियमित रूप से राशन नहीं दिया जा रहा है। इस पर कलेक्टर श्रीमती चौहान ने सख्त नाराजगी जताई और उस क्षेत्र के सहायक आपूर्ति अधिकारी को भी जवाबदेह मानकर उसके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
निराकरण पोर्टल पर डालने के निर्देश
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से संबंधित शिकायतों का अभियान बतौर निराकरण करने के निर्देश सभी एसडीएम एवं अन्य राजस्व अधिकारियों को दिए। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि यदि सीमांकन एवं नामांकन प्रकरणों का विधिक प्रक्रिया का पालन कर सही-सही निराकरण कर दिया गया है इसके बाबजूद भी यदि कोई शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है तो पोर्टल पर निराकरण का विस्तृत ब्यौरा अपलोड करें।
शिकायतों की विभागवार समीक्षा की
बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना, नल-जल योजना, प्रसूति सहायता, खराब विद्युत ट्रांसफार्मर बदलने का काम, सड़क मरम्मत, समग्र आईडी में नए सदस्यों का नाम जोड़े जाना एवं हैंडपम्प व पेयजल व्यवस्था से संबंधित शिकायतों के निराकरण की स्थिति की भी विभागवार समीक्षा की गई। साथ ही सभी संबंधित अधिकारियों को समाधान ऑनलाइन में चिन्हित शतप्रितिशत शिकायतों का समयबद्ध कार्यक्रम के तहत निराकरण करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू अरुण कुमार व टी एन सिंह, अपर आयुक्त नगर निगम मुनीष सिकरवार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव, जिले के सभी एसडीएम एवं अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।