ग्वालियर। ग्वालियर में एक छात्रा के साथ उसके सीनियर स्टूडेंट में चलती कार में नशीला पदार्थ खिलाकर रेप की सनसनीखेज घटना को अंजाम दिया। । सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इस घिनौनी करतूत को एक सीनियर छात्रा की मदद एक सीनियर छात्र ने अंजाम दिया है। वहीं पुलिस ने इस मामले में पीड़िता की शिकायत मिलने के बाद दोनों आरोपियों के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया और विवेचना शुरू कर दी है। जबकिं शिक्षण संस्थान इस मामले में चुप्पी साधे हुए है।
घुमाने के बहाने छात्रा को सीनियर छात्रा ने कार में बिठाया
शुक्रवार को दुष्कर्म पीड़िता अपने परिजन के साथ महाराजपुरा थाना पहुंची। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह एमिटी यूनिवर्सिटी में फर्स्ट ईयर की छात्रा है। 23 अक्टूबर को कॉलेज कैंपस में थी वही से एक सीनियर छात्रा उसे कार में बैठाकर घुमाने के बहाने ले गई थी। इसके बाद आगे जाकर सीनियर छात्रा ने उसे अपने सीनियर पुरुष दोस्त की कार में बैठा दिया था। आरोपी ने आगे जाकर घुमाते हुए उसे नशीला पदार्थ खिलाया था। इसके बाद वह बेहोश हो गई । उसके बाद जब होश आया तो उसे पता लगा कि सीनियर छात्र ने उसके साथ हैवानियत की है।
घर जाकर परिजनों को बताई बात
लाचार पीड़िता तत्काल अपने घर चली गई और परिजन को अपनी आपबीती सुनाई। बताया गया है कि बेटी की पीड़ा सुनने के बाद परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे और पुलिस को दोनों आरोपियों की करतूत बताई। एमिटी यूनिवर्सिटी की छात्रा से दुष्कर्म की सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई। इसके बाद पीड़िता का मेडिकल कराया गया और आरोपी सीनियर छात्र व एक सीनियर छात्रा के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। फिलहाल पुलिस मामले की बारीकी से विवेचना में जुट गई है और तकनीकी साक्ष्य जुटाकर मजबूत अभियोजन तैयार करने की कोशिश में प्रयासरत है।
आरोपी छात्र – छात्रा थर्ड ईयर के स्टूडेंट
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेडक्वार्टर ग्वालियर निरंजन शर्मा ने बताया कि पीड़िता के बताए अनुसार कॉलेज के सीनियर छात्र और छात्रा के खिलाफ रेप , अपहरण और आपराधिक षड़यंत्र में शामिल होने का केस दर्ज कर पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया । आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है। पीड़िता प्रथम ईयर के और आरोपी थर्ड ईयर में पढ़ते है।
विवि प्रबन्धन ने चुप्पी साधी
उधर घटना के बाद एमिटी प्रबन्धन ने चुप्पी साध रखी है। वह इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नही है। इससे पहले भी कुछ दिनों पहले विवि में पढ़ने वाली एक छात्रा की बीमारी में विश्वविद्यालय की लापरवाही के चलते मौत हो गई थी। छात्रा को डेंगू हुआ था लेकिन विवि ने उसे इलाज के लिए छुट्टी नही दी और फिर उसकी मौत हो गई ।