ग्वालियर। ग्वालियर में पार्क से घूमकर लौट रहे तीन भाइयों पर कार और बाइक सवार बदमाशों ने सरेराह हमला कर दिया और दो भाइयों को फिल्मी स्टाइल में अगुवा करके ले गए। जबकि तीसरा भाई बचकर भागने में सफल रहा। हालांकि किडनैपिंग की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और बदमाशों पर दवाब बनाकर दोनों अगवा भाइयों को छुड़ा लिया गया, लेकिन सभी कार और बाइक सवार बदमाश भागने में सफल रहे।
वहीं पुलिस एक लड़की के मोबाइल गुम होने से उपजे विवाद को इस घटना की वजह बता रही है। साथ ही बदमाशों की संख्या 3 से 4 होने का दावा कर रही है। मगर घटना का वायरल वीडियो पुलिस के दावे पर सवाल खड़े कर रहा है।
दरअसल श्योपुर जिले की विजयपुर तहसील में रहने वाले दो भाई लालू यादव और सोनू यादव ग्वालियर में रहकर पढ़ाई करते हैं। दोनों फूलबाग परिक्षेत्र में किराए का कमरा लेकर रहते हैं। आज उनका भाई ध्यानेंद्र ग्वालियर आया था, जिसे घुमाने वे पड़ाव थाना अंतर्गत इटालियन गार्डन लाए थे। पार्क में घूमने के बाद जब तीनों भाई लौट रहे थे, तभी पीछे से आई तेज रफ्तार रेड कलर की कार ने उन्हें टक्कर मारकर गिरा दिया और कार में से उतरे बदमाशों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। इस बीच कार सवार बदमाशों के अन्य साथी भी दो बाईकों पर सवार होकर आ धमके। मारपीट के दौरान ध्यानेंद्र बदमाशों के चंगुल से बचकर भाग निकला। जबकि लालू और सोनू को बदमाश कार में डालकर ले गए। घटना का 11 सैकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें 5 से ज्यादा बदमाश दोनों भाइयों को जबरदस्ती कार में बैठाकर ले जाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं। वहीं बदमाशों के चंगुल से बचकर थाने पहुंचे ध्यानेंद्र ने अपने दोनों भाइयों को अगुवा किए जाने की सूचना पुलिस को दी और मदद की गुहार लगाई। वहीं दो भाइयों की किडनैपिंग की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई। ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह यादव अधीनस्थ अधिकारियों के साथ थाने पहुंच गए। त्वरित कार्रवाई करते हुए में शहर में नाकाबंदी कर दी गई, रेड कलर की कार की तलाश की जाने लगी। इसी बीच दवाब बढ़ता देख बदमाश, दोनों भाइयों को छोड़कर भाग निकले। एसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह का कहना है कि दो छात्रों को अगुवा किए जाने का मामला सामने आया है।घटना लड़की को लेकर हुई है। घटना की जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी और दोनों पक्ष परिचित हैं। इस मामले में सीएसपी पड़ाव सर्किल अशोक जादौन का कहना है कि दो लड़कों की किडनैपिंग का मामला सामने आया है। घटना देर शाम साढ़े सात बजे की है और घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। पुलिस ने शहर की नाकाबंदी करते हुए बदमाशों पर दबाव बनाया और दोनों लड़कों को बरामद कर लिया है। जिसमें एक युवक के मामूली चोट आई है, जो जांच का विषय है। साथ ही घटना के असल उद्देश्य का पता लगाया जा रहा है। बरामद किए गए दोनों लड़कों से पूछताछ में पता चला है कि एक लड़की के मोबाइल गुम होने के संदेह पर संभवतः वारदात को अंजाम दिया गया है। हालांकि कथन लेने और जांच करने के बाद स्पष्ट हो सकेगा कि वारदात की असल वजह क्या थी। घटना को संभवतः 3 से 4 लड़कों ने अंजाम दिया है। लेकिन फरियादी की स्थिति अभी कुछ भी स्पष्ट बताने की नहीं है। पुलिस ने सूचना मिलते ही लगभग डेढ़ घंटे के अंदर दोनों अगुवा लड़कों को बरामद कर लिया है और पड़ताल की जा रही है। फिलहाल सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं और उनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। लेकिन बदमाशों की संख्या को लेकर किए जा रहे पुलिस के दावे पर घटना का वायरल वीडियो सवाल खड़े कर रहा है, क्योंकि वायरल वीडियो में आरोपियों की संख्या 5 से ज्यादा देखी जा रही है।