ग्वालियर। मध्य प्रदेश में आज मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की नई टीम तैयार हो गई है।मोहन के मंत्रिमंडल की टीम में ग्वालियर से सिंधिया समर्थक सिर्फ एक को मंत्री बनाया गया है प्रद्युम्न सिंह तोमर . तोमर को डॉ मोहन यादव की काबीना में कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई गई है। प्रद्युम्न सिंह तोमर इससे पहले भी की शिवराज सरकार में ऊर्जा मंत्री थे। ग्वालियर जिले से दूसरे मंत्री बने वही नारायण सिंह कुशवाह भाजपा से है और पहले भी गृहराज्य मंत्री रहे है। हालांकि इस बार उन्हें सिंधिया का काफी सहयोग मिला है । संभाग से इस बार सबसे कम महज चार मंत्री बने है । राकेश शुक्ला भिण्ड तो एदल सिंह कंसाना मुरैना से केबिनेट में शामिल हुए । इनमे से शुक्ला को छोड़कर बाकी पहले भी मंत्री रह चुके हैं .
अनूठे अंदाज के लिए चर्चित रहते है प्रद्युम्न सिंह तोमर
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक और राजनीति में अलग अलग ढंग से काम करने के लिए चर्चा में रहने वाले प्रद्युमन सिंह तोमर को एक बार फिर मंत्री बनाया गया है । उन्हें डॉ मोहन यादव की काबीना में भी जगह मिली है . उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।इससे पहले भी तोमर शिवराज सरकार में ऊर्जा मंत्री थे , इस दौरान वह हमेशा अपने अनूठे अंदाज के लिए सुर्खियों में रहते आये है और इस दौरान वह हमेशा जनता के बीच और मीडिया में चर्चित रहे हैं । वे 2018, 2020 और फिर 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीतकर आए और अब सीएम मोहन यादव की टीम में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर अब तक ग्वालियर विधानसभा से कुल 5 विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं जिनमें से 2008, 2018, 2020 और 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत कर आए हैं।मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर साल 2018 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कमलनाथ सरकार को गिरकर सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हुए। उसके बाद 2020 के उपचुनाव में जीत कर शिवराज सरकार में उन्हें ऊर्जा मंत्री बनाया गया और उसके बाद साल 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीतने के बाद फिर से उन्हें मंत्री बनाया गया है।
ग्वालियर से मंत्री प्रद्युमन सिंह के अलावा ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से विधायक बने नारायण सिंह कुशवाहा को भी मोहन यादव की टीम में कैबिनेट मंत्री बनाया गया। पार्षद के रूप में सियासत शुरू करने वाले नारायण सिंह कुशवाह अब तक 5 बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं जिनमें से वह तीन चुनाव लगातार जीते हैं और शिवराज सरकार में उन्हें गृह राज्य मंत्री बनांया गया था। इसके बाद वह 2018 के विधानसभा चुनाव हार गए थे फिर 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रवीण पाठक को हराकर वह फिर से विधायक बने और अब सीएम डॉक्टर मोहन यादव की सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।आज तक ग्वालियर के कार्यक्रम मंत्री नारायण सिंह कुशवाह सहज और सरल OBC चेहरा माने जाते हैं। वे भाजपा के पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी है
सिंधिया – भाजपा में फिफ्टी – फिफ्टी
ग्वालियर के दो मंत्रियों में भाजपा और सिंधिया में फिफ्टी फिफ्टी रहा। एक तरफ जहां सिंधिया के कट्टर समर्थक तोमर केबिनेट मंत्री बने तो वहीं बचपन से ही भाजपा से जुड़े रहे कुशवाह को भी केबिनर मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। हालांकि विगत विधानसभा चुनाव से पहले ही उनकी सिंधिया से नजदीकियां बढ गईं थी ,चुनाव के दौरान भी सिंधिया ने काफी जोर लगाया था.
कंसाना और शुक्ला
मंत्रिमंडल में मेंहगाव से विधायक राकेश शुक्ला और मुरैना से एदल सिंह कंसाना को भी केबिनेट मंत्री बनाया गया । शुक्ला शुध्द भाजपा पृष्ठभूमि से है । लेकिन पार्टी में उनको नरेंद्र तोमर का नजदीकी माना जाता है वही कांग्रेस छोड़ भाजपा में आये कंसाना भी तोमर के नजदीक हैं .