भोपाल। ईको टूरिज्म से स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने का दिया जाए प्रशिक्षण और टाइगर प्रोजेक्ट के लिए केंद्र से की जाएगी बजट की मांग । इन बिंदुओं पर बुधवार को वन भवन में विभागीय मंत्री श्री राम निवास रावत ने चर्चा की। विभाग की समीक्षा बैठक में श्री रावत ने अधिकारियों से विभाग द्वारा संचालित की जा रही योजनाओं और कार्यों की जानकारी ली तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
श्री रावत ने वर्तमान में संचालित योजनाओं की स्थिति की जानकारी लेकर सभी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने तथा विभागीय कार्य प्रणाली को और अधिक बेहतर व दुरूस्त करने के निर्देश दिये। विभाग द्वारा मंत्री जी ने आग्रह पर विभाग के सुरक्षा कर्मचारियों को 13 माह की सैलरी दिए जाने पर विचार करने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के वन क्षेत्र और नर्मदा क्षेत्र में अधिक से अधिक पौधरोपण किया जाए। उद्यानिकी और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के साथ भी समन्वय स्थापित कर पौधरोपण किया जाएगा।
इस दौरान मंत्री श्री रावत ने पूर्व में लगाए गए पौधों की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली। साथ ही बांस रोपण पर दी जाने वाली सब्सिडी की जानकारी भी ली। वन क्षेत्र में विस्थापन की कार्यवाही को लेकर मंत्री श्री रावत ने विस्थापन की कार्यवाही और भी अधिक प्रभावशील तरीके से किए जाने पर जोर दिया। तेंदूपत्ता उद्योग से जुड़े लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए कार्य करने की बात कही। तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस वितरण की कार्यवाही प्रभावशील किए जाने पर भी चर्चा की। खासकर ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिए जाने को लेकर मंत्री श्री रावत ने कहा कि ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे, जिसमें लोगों को आवास, भोजन के मैनेजमेंट का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि ईको टूरिज्म से स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराए जा सकें। ईको टूरिज्म के डेवलपमेंट के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा। कठोतिया का तेजी से डेवलपमेंट किया जाएगा। टाइगर प्रोजेक्ट के लिए भारत सरकार से बजट की मांग की जाएगी। भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी। बैठक में विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अशोक वर्णवाल सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।