ग्वालियर मे सीपी कॉलोनी से माँ के हाथों से छीनकर अगवा किये गए छह साल के मासूम शिवाय गुप्ता को लगभग 14 घंटे बाद पुलिस ने मुरैना जिले के काजी बसई गाँव मे एक खंडहर के पास से सकुशल रिहा करा लिया गया. बदमाशों ने शिवाय का उसकी माँ की आँखों मे मिर्ची झोंककर उस समय अपहरण किया था ज़ब वह उसे स्कूल बस पर छोड़ने जा रही रही. बाईक सवार बदमाश उसे लेकर फरार हो गए थे.

इस घटना के बाद n केवल ग्वालियर बल्कि पूरे मध्यप्रदेश मे चिंता का विषय बन गया था. ग्वालियर, भिंड और मुरैना पुलिस की टीमों ने सघन नाकेबंदी कर रखी थी. इसके लिए पुलिस ने दो हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खांगाले थे जिनके सहारे पुलिस मुरैना जिले तक पहुंच गई थी. पुलिस की तगडी नाकेबंदी और मीडिया पर चल रही ख़बरों के कारण लोग लाल बाईक पर निगाह किये थे और बदमाशों को भागने का मौका नहीं मिल पर रहा था. रात होते ही बदमाश बच्चे को काजी बसई गाँव के बाहर एक खंडहर मे छोड़कर भाग निकले. इसकी आहट खेतोँ मे पानी डे रहे बच्चों को लगी. उन्हें यह बच्चा दिखा तो उन्होंने सरपंच को खबर दीं. सरपंच ने पुलिस को सूचना दी और इस तरह रात तक बच्चे कि सकुशल रिहाई हो गए.
सूचना मिलते ही आईजी अरविन्द कुमार सक्सेना, डीआईंजी अमित सांघी मुरैना से बच्चे को लेकर ग्वालियर पहुंचे तो बच्चे के घर के आसपास उत्सव का माहौल था. कलेक्टर रुचिका चौहान और एसपी धर्मवीर सिंह वहां पहले से ही मौजूद थे. पुष्पवर्षा, ढ़ोल, बैंड की धुनो और अतिशवाजी के बीच बच्चे को देर रात अपने घर लाया गया. बच्चेको देखकर उसकी माँ बहुत भावुक हो गई और काफी देर तक वह उसे सीने से चिपकाये रही. यहाँ मौजूद भीड़ ने पुलिस जिन्दावाद के नारे भी लगाए