ग्वालियर । ग्वालियर में दोस्ती को कलंकित करने वाली एक ऐसी घटना आमने आई कि इसका खुलासा होने पर पुलोस अफ़सर्क भी चौंक पड़े। एक लड़के में अपने दोस्त को अन्य मित्रो से क्राइम ब्रांच के अफ़सर बनकर लूट करवा दी । उससे बीस हजार नकद बसूले बल्कि ढाई लाख रुपये जबरन ऑन लाइन ट्रांसफर करवा दिए । यह घटना इसलिए कराई क्योंकि उसका मित्र पैसे वाले परिवार का था उससे यह रकम ऐंठने के लिए क्राइम ब्रांच के नाम पर उससे पैसे लेने की योजना बनाई हालांकि पकड़े गए।
कहावत है कि संगत ही गुण उपजे …संगत ही गुण जाए । एक खराब लड़के की संगत से उसके कुछ दोस्त लूट गए और कुछ हवालात पहुंच गए। मित्रता का रिश्ता कलंकित हुआ सो अलग। यह मामला ग्वालियर में सामने आया है, जिसमें एक युवक के दोस्त ने ही अपने दोस्तों को अपराध करने के लिए उकसाया। उन्होंने अपने एक अन्य दोस्त को शिकार बनाया । उसे हड़काकर करीब पौने तीन लाख रुपए ले लिए।
डीएसपी हेड क्वार्टर अशोक जादौन ने बताया कि ग्वालियर उपनगर में रहने वाले यश गोस्वामी ने अपने दोस्तों पोसू किरार , सोनू किरार और एक अन्य युवक के साथ मिलकर अपने तीसरे दोस्त को लूटने की योजना बनाई थी। इसके तहत उसने पोसू और सोनू को बताया था कि उसका मित्र बहुत धनवान है यदि उसे क्राइम ब्रांच का पुलिस कर्मचारी बनाकर धमकाया जाए तो वो मोटा माल दे सकता है।योजना सुन सभी लोग तैयार हो गए। उन्होंने योजना बनाई और फिर धनतेरस के दिन यश गोस्वामी अपने शिकार दोस्त को लेकर घूमने निकला। रास्ते में चार बदमाशों ने उन्हें रोक लिया और खुद को क्राइम ब्रांच का कर्मचारी बताया।
योजना के मुताबिक उन्होंने यश और उसके दोस्त को रास्ते मे रोककर धमकाया कि वह दोनों क्रिप्टोकरंसी का काम करते हैं और मनी लॉन्ड्रिंग में भी उनका नाम सामने आया है। यह सुनकर यश का दोस्त घबरा गया । उस पर बीस हजार रुपए नकद थे जो उसने तुरंत बदमाशों को एफआईआर से बचने के फेर में दे दिए। बाकी ढाई लाख रुपए उसने अपने अकाउंट से ट्रांसफर कर दिए। युवक कई दिनों तक इस मामले को अपने घर वालों से छुपाए रहा। लेकिन जब इन बदमाशों ने युवक को क्राइम ब्रांच के नाम पर दोबारा बुलाया तो उसने अपने पिता को इस घटना के बारे में सारी जानकारी दी।
पिता उसे लेकर पुलिस की क्राइम ब्रांच पहुंचे और वहां अधिकारियों को सारी बात बताई तो पता चला कि क्राइम ब्रांच ने तो इसे बुलाया ही नही । वहां इस मामले की शिकायत लेकर जाँच शुरू की। इसके बाद पुलिस ने यश गोस्वामी के साथ ही पोसू और सोनू नामक युवकों को भी पकड़ा। यश ने पूरे षडयंत्र को उजागर करते हुए कहा कि उसका दोस्त मालदार आसामी था। इसलिए उसे लूटने की योजना बनाई गई थी। उसके अन्य दोस्त क्राइम ब्रांच के कर्मचारी बुनकर उन्हें धमकाने गए थे । पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है ।