शिवपुरी । गोवर्धन थानांतर्गत ग्राम गाजीगढ़ की आदिवासी बस्ती में एक पति ने अपनी पत्नी की अवैध संबंधों के संदेह हासिए से गला काट कर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद आरोपित पति रातभर अपनी पत्नी के शव के पास बैठा रहा। पुलिस ने आरोपित पति के खिलाफ हत्या का प्रकरण कायम कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम गाजीगढ़ निवासी वृंदावन पुत्र रामजी आदिवासी उम्र 35 साल की शादी 30 वर्षीय गिरिजा आदिवासी से करीब 15 साल पहले हुई थी। दोनों के यहां तीन बच्चे थे। इसके बाबजूद वृंदावन अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था। वृंदावन का मानना था कि उसकी पत्नी के किसी अन्य व्यक्ति से अवैध संबंध हैं। इसी बात काे लेकर उनके बीच झगड़ा होता रहता था। मंगलवार की रात भी दोनों के बीच इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। विवाद के उपरांत गिरिजा, वृंदावन व उसका छोटा बच्चा झोंपड़ी में सो गए। इसी दौरान रात को जब गिरिजा गहरी नींद में सो रही थी तभी वृंदावन ने घर में रखा हसियां उठाकर उसके गले में तेजी से प्रहार कर दिया। एक ही प्रहार में गिरिजा के प्राण निकल गए। बच्चा रोया तो सास ने जाकर देखासुबह करीब साढ़े पांच बजे जब गिरिजा का बेटा काफी देर तक चीख-चीख कर रोने लगा और काफी देर तक उसका रोना बंद नहीं हुआ तो वृंदावन के पिता रामजी ने अपनी पत्नी क्रांति को उठाकर गिरिजा के पास भेजा, कि उसे जगाकर कह दे कि बेटे को भूख लगी है वह उसे दूध पिला दे।क्रांति जब अंदर झोंपड़ी में गई तो उसने वहां बहू की लाश पड़ी देखी। इसके बाद रामजी ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने सूचना के आधार पर लाश बरामद कर उसका पीएम करवाया व आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। पत्नी की हत्या का आरोपित का नहीं मलाल गिरिजा की हत्या करने के बाद उसका पति वहां से भागने की बजाय पूरी रात उसकी लाश के पास ही बैठा हुआ विलाप करता रहा। सुबह जब उसकी मां झोंपड़ी में पहुंची तब भी वह बुत से बना वहीं बैठा हुआ था, हालांकि उसे इस बात का कोई मलाल नहीं था कि उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी। उसके अनुसार उसकी पत्नी कई बार समझाने के बावजूद नहीं मान रही थी। इस कारण उसे यह कदम उठाना पड़ा।