ग्वालियर। विगत दिनों भिण्ड जिले की लहार विधानससभा क्षेत्र में पहली बार एक साथ पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के दौरे में सिंधिया द्वारा दिये गए भाषण में बगैर नाम लिये नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह पर निशाना साधते हुए बपौती शब्द का इस्तेमाल करने पर अब डॉ सिंह ने सिंधिया को ही चुनौती दे डाली।
सिंधिया ने कहा था लहार बपौती नही है
सिंधिया ने कांग्रेस के जमाने से ही अपने धुर विरोधी रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता और वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह का नाम तो नही लिया था लेकिन उन पर निशाना साधते हुए कहा था कि आपने जिन्हें सात बार जिताया । लहार किसी की बपौती नही है। इस बार अपने दिल से कसम खाओ और हाथ उठाकर संकल्प लो कि प्रत्याशी कोई भी हो आप बीजेपी के उम्मीदवार को जिताएंगे।
डॉ सिंह की सिंधिया को यह चुनौती
भिंड के लहार में आए सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के तंज पर नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने पलटवार किया है। उन्होंने सीएम और केंद्रीय मंत्री को आड़े हाथ लेते हुए दो टूक कहा है कि आपके पास ज्यादा समय बचा नही है। बौखलाईये नही। धैर्य रखिए सम्मान से बात करिए। वही सिंधिया को चैलेंज किया है कि सिंधिया जी लहार में बपौती मेरी नही है। आपकी है तो लहार में आकर चुनाव लड़ ले।
23 साल से बीजेपी नहीं जीत पाई लहार
प्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता और वर्तमान में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह भिंड के लहार विधानसभा सीट से 7 बार के विधायक है। उन्होंने 1990 में सबसे पहले इस सीट पर जीत हासिल की थी तब से लगातार वे जीतते हुए आ रहे हैं। बीजेपी द्वारा अनेक प्रयोग भी उन्हें हराने में सफल नही हो सके इसलिए यह सीट पूरी बीजेपी के लिए चुनौती बनी हुई है। इसलिये यह सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है।
बीजेपी जीतना चाहती है यह सीट
बीजेपी हर हाल में इस सीट में सेंध लगाना चाहती है। जिसके चलते प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार एक साथ भिंड के लहार विधानसभा पहुचे। जहाँ उन्होंने कार्यक्रम के दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह को घेरने का प्रयास किया था। सीएम ने जनता की उमड़ती भीड़ को देखकर कहा था कि डॉ गोविंद सिंह जी अनन्य और आतंक को जनता जलाकर राख कर देगी, वे लहार के विकास की बात नहीं करते। लहार क्षेत्र के लोग भी मोदी के साथ जुड़ें। भाजपा का विधायक बनाएं। लाड़ली बहना सेना बहनों के कल्याण की योजना का लाभी दिलाएं। हम सब मिलकर साथ चलकर नया जमाना बनाएं। साथ ही सीएम ने कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तब प्रदेश में न सड़क थी, न बिजली, न पानी। 18 महीने की सरकार में प्रदेश की योजनाएं बंद कर दी। लैपटॉप, कन्यादान योजना के रुपए नहीं दिए। अब नए वचन पत्र ले आए। ये ढकोसला करने वाले लोग झूठी घोषणाएं करते हैं। धोखा देने वालों से सावधान रहें।
वही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा था कि मेरे अंदर राजामाता का खून है, अगर कोई वादाखिलाफी करता है तो उसे मिटाने का कार्य सिंधिया परिवार करता है। जो समझते हों कि लहार उनकी बापौती है तो वह ये भूल जाएं। लहार में जनता ने चेहरा बदलने का मन बना लिया है।
अब गोविंद सिंह ने दी खुली चुनौती
सीएम और सिंधिया ने बयानों पर अब नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने पलटवार किया है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जो खुद अत्याचारी हो, जिस प्रदेश में सुबह से लेकर शाम तक कर्मचारी के साथ, आम जनता के साथ, महिलाओं के साथ अत्याचार होते है। कई अधिकारी पिटते है, पुलिसकर्मियों की हत्या होती है। कोई कार्यवाही करने की हिम्मत नही दिखाता है ऐसे में वे लहार के लोगों से अत्याचार की बात करते है तो लोगो को तरस आता है। उन्होंने सीएम को नसीहत दी है कि शिवराज सिंह को आकर भिण्ड की जनता से ऐसी बात नही करना चाहिए। और उन्होंने दो टूक सीएम से कहा आपके पास ज्यादा समय बचा नही है इसलिये बोखलाइये नही। धैर्य रखिए सम्मान के साथ बात करिए।
चम्बल में गद्दार और पीठ में छुरा घोंपने वाले पैदा नही होते
नेता प्रतिपक्ष ने सिंधिया पर भी हमला बोला। उन्होंने कहाकि कि चंबल के पानी गद्दारी नही कराता, चंबल के पानी पीठ में छुरा नही घोपता, चंबल का पानी जिस थाली में खाता उसमें छेद नही करता। लहार में हमारी कोई बपौती नही है । जनता जिसको देती है उसकी बापौती होती है। अगर आपकी बापौती है तो आ जाओ लहार में। सिंधिया परिवार का अपमान करते रहे, भाइयों को बेज्जत करके निकालते रहे, बुआओं को बेज्जत करने का काम करते रहे उनकी संपत्ति से बेदखल करके बाहर कर दिया, वो राजमाता के पद चिन्हो पर चलने की बात करते है।