ग्वालियर। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और खरगोन जिले के कलेक्टर शिवराज वर्मा की पत्नी के साथ मॉर्निंग वॉक करते समय हुई चैन स्नेचिंग की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया दिया है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के सहारे लुटेरों तक पहुंची । तीनो लुटेरों और लूट का माल खरीदने वाले सुनार को गिरफ्तार कर लिया है।
ऐसे पुलिस को मिली सफलता
ग्वालियर न्यू कलेक्ट्रेट के पास हुई लूट की सनसनीखेज वारदात में खरगोन कलेक्टर शिवराज वर्मा की पत्नि पुष्पा वर्मा की चेन लूट कर फरार हुए तीन लुटेरों को पुलिस ने पकड़ लिया है । वारदात के बाद लुटेरों के धुंधले फुटेज मिले थे लेकिन उनकी शिनाख्त नहीं हो पा रही थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के जरिये बदमाशों की बाइक का पीछा किया तो पदमपुर खेरिया पर बदमाशों की बाइक के साथ दूसरी डीलक्स बाइक भी नजर आई, इस बाइक का नंबर ट्रेस कर पुलिस ने लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया। इनके तीन साथी अभी फरार हैं जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
पहले पकड़ा गया लुटेरों का साथी
एएसपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि चेन लुटेरों का रूट पर पीछा करते हुए सीएसपी शियाज केएम, अमर सिंह सिकरवार की टीम ने दूसरी बाइक की शिनाख्त होने पर पुलिस ने लुटेरों के साथी अभिषेक शर्मा को पकड़ा। इससे जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपने लुटेरे साथियों के नाम बता दिए। लूट करने वालों में सूरज भदौरिया, रामवीर गुर्जर, मनीष, अरुण गुर्जर व अभिषेक शर्मा शामिल हैं। चेन लूटने के बाद बदमाश भिंड की ओर भाग गए थे।लूटी गई चेन को प्रिंस सोनी ने खरीदी थी। सूरज भदौरिया व मनीष गुर्जर ने लूटी गई चेन को अपने साथियों के साथ मिलकर प्रिंस सोनी को 45 हजार रुपए में बेची थी। इनमें से 35 हजार रुपए फरार साथी पर पर थे और 10 हजार रुपए पकड़े गए साथी पर। लूट के माल में से सभी को 5 साथी को 9-9 हजार रुपए बंटना थे।लुटेरों को पकड़ने के लिए पुलिस ने घटनास्थल से पदमपुर खेरिया तक लगभग 90 कैमरों की रिकॉर्डिंग का परीक्षण कर फुटेज देखे। इनमें एक दर्जन कैमरों में संदेहियों के फुटेज के आधार पर घटना का पर्दाफाश किया।