श्रावण मास के प्रथम साेमवार को तड़के से ही देश भर म
के शिवालयों में बम भोले का उद्घोष सुनाई दे रहा है। सभी शिव मंदिरों में सुबह 3-4 बजे से ही श्रद्धालुओं का आना जाना शुरू हो गया । यह पूजा अर्चना देर रात तक अनवरत चलती रहेगी।
भक्त कर रहे हैं जलाभिषेक
सावन के पहले सोमवार को रुद्राभिषेक व जलाभिषेक कर भक्तों ने मंदिरों में भगवान शिव कि विधि विधान से पूजा की । बता दें कि हिंदू धर्म में सावन के महीने के साथ ही इसके हर एक सोमवार का भी विशेष महत्व होता है। इस बार यह महत्व दो गुना होगा क्योंकि इस बार सावन में 4 नहीं बल्कि 8 साेमवार होने वाले हैं। इस महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इससे भगवान शिव प्रत्येक मनोकामना पल भर में पूरी कर देते हैं।
अचलेश्वर महादेव मंदिर पर भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक किया गया डायवर्ट
अचलेश्वर मंदिर पर खासी भीड़ के चलते यहां ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है। अचलेश्वर चौराहा और विजय स्तंभ चौराहे से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। इंदरगंज से रोशनीघर के पास से अचलेश्वर मंदिर की ओर जाने वाला ट्रैफिक प्रतिबंधित रहेगा। दो पहिया वाहन रोशनी घर रोड से जीवाजी क्लब के सामने से चेतकपुरी, माधवनगरसे होते हुए कंपू की ओर जा सकेंगे। वहीं अचलेश्वर चौराहे से इंदरगंज चौराहे की ओर आने वाले वाहन ट्रैफिक बंद रहेगा। अचलेश्वर चौराहे से थीम रोड होते हुए मेडिकल चौराहा, माधव डिस्पेंसरी के सामने होते हुए हास्पिटल रोड से विजय स्तंभ चौराहे से इंदरगंज की ओर जा सकेगा।
इस बार दो माह चलेगा सावन
श्रावण मास के पहले सोमवार से सोमवारी व्रत भी आरंभ हो गया है । बता दें कि इस बार सावन पूरे दाे महीने चलेगा वहीं इस बार कुल 8 सोमवार पड़ रहे हैं। सावन सोमवार का व्रत हिंदू पुरुष और महिलाएं दोनों ही करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को रखने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं अपने भक्त की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। महिलाएं जहां सावन सोमवार का व्रत अपने सुखी वैवाहिक जीवन के लिए करती हैं वहीं लड़कियां यह व्रत योग्य वर की कामना के साथ करती हैं।
मंदिरों में हुए है खास इंतजाम
सावन के पहले सोमवार को शिवालायों में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रमुख मंदिरों में विशेष इंतजाम किए गए हैं। इस मौके पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। अचलेश्वर मंदिर, कोटेश्वर मंदिर पर महिला-पुरूषों के लिए अलग-अलग प्रवेश की व्यवस्था रहेगी। यहां श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए यातायात व्यवस्था में भी फेरबदल किया गया है। वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।