ग्वालियर। पुलिस की तमाम कोशिशें के बावजूद अभी भी लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं ग्वालियर के थाटीपुर इलाके में रहने वाले एक ठेकेदार के साथ 5.50 लाख रुपये की ठगी हो गई। ठेकेदार ने जिंदल स्टील पावर लिमिटेड कंपनी को आर्डर देने के लिए गूगल से नंबर निकाला था। यह नंबर कंपनी का नहीं, बल्कि ठग का था। जैसे ही नंबर पर काल किया तो ठग ने कंपनी का प्रतिनिधि बनकर बात की। बाकायदा एस्टीमेट बनाकर दिया। इसके बाद ठेकेदार से साढ़े पांच लाख रुपये आरटीजीएस भी करवा लिए।भुगतान करने के बाद भी आर्डर किया माल नहीं आया तब ठगी का पता लगा। ठेकेदार ने क्राइम ब्रांच पहुंचकर शिकायत की। क्राइम ब्रांच की सायबर सेल इस मामले की पड़ताल कर रही है।
थाटीपुर निवासी दिलीप सिंह जादौन कंस्ट्रक्शन ठेकेदार हैं। वे सरकारी विभागों और निजी संस्थाओं का ठेका लेते हैं। उन्हें एक भवन निर्माण का ठेका मिला है। इसके लिए उन्हें सरिये की खरीदारी करनी थी। सरिये की खरीदारी के लिए उन्होंने जिंदल स्टील पावर लिमिटेड कंपनी का नंबर निकालने के लिए गूगल पर सर्च किया। एक नंबर मिला, जिस पर उन्होंने काल किया। काल उठाने वाले ने खुद को कंपनी के सेल्स विभाग का प्रतिनिधि बताया। जितना सरिया दिलीप को चाहिए था, उसकी कोटेशन बनाकर भेज दी। करीब 10 लाख रुपये का आर्डर दिया। एडवांस भुगतान साढ़े पांच लाख रुपये कंपनी की ओर से मांगा गया। इसके बाद ही आर्डर रिलीज करने की बात कही। एक खाता नंबर दिया, जिसमें साढ़े पांच लाख रुपये ठेकेदार ने सात अगस्त को आरटीजीएस कर दिए। खाते में रुपये ट्रांसफर हो गए तो उस नंबर पर फोन किया। दो दिन में सरिये से भरा ट्रक ग्वालियर आना था, लेकिन माल नहीं आया। इसके बाद ठेकेदार ने उस नंबर पर दोबारा काल किया। यह नंबर बंद आ रहा था। इसकी सूचना उन्होंने तत्काल क्राइम ब्रांच को दी। रुपये खाते में जा चुके थे, जिस खाते में रुपये गए, उसमें से रुपये निकल गए हैं। इस मामले की पड़ताल क्राइम ब्रांच ने शुरू कर दी है। जिस खाते में ट्रांजेक्शन हुआ, वह दूसरे राज्य का है।