ग्वालियर। हस्तिनापुर में पांच हजार के इनामी बदमाश पवन जाटव ने पुलिस आरक्षक कपिल जयंत को गोली मार दी। 32 बोर की पिस्टल से निकली पहली गोली कपिल के सिर को छूकर निकली, जबकि दूसरी पेट में लगी। घटना सोमवार शाम की है। गोली लगने के बाद भी घायल आरक्षक कपिल और उनके साथी ने बदमाश को गिरफ्तार किया है.कपिल को हजार बिस्तर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल पहुंचे एसपी राजेश सिंह चंदेल ने कहा कि हस्तिनापुर थाने में पदस्थ आरक्षक कपिल की अब खतरे से बाहर है। बदमाश पवन का लंबा आपराधिक रिकॉर्ड है। पिछोर में 307 और मुरार में लूट सहित आधा दर्जन गंभीर अपराध दर्ज हैं। पवन मुरैना के ग्राम सपचौली का रहने वाला है। पुलिस आरक्षक ने जिस बहादुरी के साथ बदमाश का मुकाबला किया है ऐसे में उसे पुलिस द्वारा रिवार्ड भी दिया जाएगा।
यह रहा घटनाक्रम
दरअसल हस्तिनापुर थाना पुलिस को सोमवार शाम को सूचना मिली थी कि पिछोर थाना में हत्या के प्रयास में फरार पांच हजार रुपए का इनामी बदमाश पवन जाटव निवासी बानामेार मुरैना हस्तिपुर इलाके में देखा गया है। यह सूचना मिलते ही हस्तिनापुर थाने की दो टीम बनाकर बदमाश की घेराबंदी के लिए प्रयास किए। एएसआई के नेतृत्व में टीम पीछे थे और सूचना की तस्दीक के लिए हस्तिनापुर थाने में पदस्थ आरक्षक कपिल जाधव (जयंत) और हेड कॉन्स्टेबल वकील आगे बढ़े। कुछ दूरी पर पहुंचते ही बाइक सवार एक युवक खड़ा दिखाई दिया। दूर से हुलिया मुखबिर के बताए अनुसार लग रहा था। जैसे ही पुलिस जवान आगे बढ़े तो बाइक सवार ने भागने का प्रयास किया। इतना समय नहीं था कि बैकअप टीम को सूचना दी जाती। बहादुरी दिखाते हुए आरक्षक कपिल ने बदमाश पवन जाटव को दबोच लिया। खुद को बचाने के लिए पवन ने कमर पर लगी अपनी पिस्टल निकालकर पुलिस जवान पर दो फायर किए। एक गोली कपिल के सिर को छूते हुए निकल गई, जबकि दूसरी गोली उसके पेट के आर पार हो गई। इसके बाद जवान ने उसे झटका दिया तो बदमाश की पिस्टल उसके हाथ से छूट गई। इसी समय दूसरे जवान ने भी बदमाश को धर दबोचा और बैकअप टीम को सूचना दी।जब छह सदस्यीय बैकअप दल आ गया तो पुलिस ने तत्काल बदमाश को गिरफ्तार किया ।
हॉस्पीटल में किया भर्ती
घायल जवान को तत्काल फोर्स मौके से लेकर ग्वालियर पहुंचा और उसे जेएएच के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया । घटना की सूचना मिलते एसपी ग्वालियर राजेश सिंह चंदेल तत्काल मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। एसपी ने बहादुर जवानो के नाम पुरस्कार के लिए भी भेजने की बात कही है। उन्होंने कहाकि जवान ने वीरता का परिचय दिया और जान की परवाह न करते हुए भी घायल होने के बाद भी बदमाश को दबोचकर रखा। इसका पूरे पुलिस विभाग को गर्व है और हम सब उसे सम्मानित भी करेंगे।