आदित्य कृपालानी की फिल्म ‘नॉट टुडे’ इस आत्महत्या रोकथाम माह में एक नई दिशा दे रही है। यह 92 मिनट की फिल्मए जिसमें हर्ष छाया और रुचा इनामदार मुख्य भूमिकाओं में हैंए यूट्यूब पर मुफ्त में उपलब्ध है। फिल्म का उद्देश्य आत्महत्या के विचारों से जूझ रहे लोगों को मदद के लिए प्रेरित करना और समर्थन प्रदान करना है।
फिल्म का टैगलाइन “हमने जिन्हें खो दिया जिन्हें हम अभी भी बचा सकते हैं”, इसके मुख्य उद्देश्य को व्यक्त करता है। कृपालानी ने फिल्म के लिए गहन शोध और संवेदनशील कहानी का निर्माण किया है जो दर्शकों को सुकून और जागरूकता प्रदान करती है।
कृपालानी, जिन्होंने टिकली एंड लक्ष्मी बम और तोट्टा पटाका आइटम माल जैसी फिल्मों का निर्देशन किया है, ने नॉट टुडे को तैयार करने में लगभग पांच साल लगाए हैं। इस दौरान उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों से परामर्श किया और मुंबई के सामारिटन्स जैसे आत्महत्या रोकथाम केंद्रों का दौरा किया। फिल्म आत्महत्या रोकथाम के विभिन्न दृष्टिकोणों को दिखाती हैए जो इसकी व्यापकता को दर्शाता है।
फिल्म की रिलीज रणनीति पर बात करते हुएए कृपालानी ने थिएटर रिलीज की बजाय इसे मुफ्त ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराने का फैसला किया। वे कहते हैंए श्वाणिज्यिक सिनेमा अक्सर इन विषयों से बचता हैए लेकिन हमारे लिए यह महत्वपूर्ण था कि हम फर्क डालेंए लाभ नहीं कमाएं।श् यह कदम फिल्म के संदेश को अधिक लोगों तक पहुंचाने की कोशिश को दिखाता है।
नॉट टुडे पुरुष मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान केंद्रित करती हैए क्योंकि पुरुष आत्महत्या से अधिक प्रभावित होते हैं और अपनी भावनाओं को साझा करने में कठिनाई महसूस करते हैं। कृपालानी का कहना है कि इस मुद्दे को उठाकरए फिल्म मानसिक स्वास्थ्य पर एक महत्वपूर्ण संवाद को बढ़ावा देने का प्रयास करती है।
फिल्म ने कई लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला हैए और दर्शकों ने इसे कठिन समय में सहारा और समर्थन प्रदान करने वाला बताया है। कृपालानी की यह फिल्म आत्महत्या रोकथाम पर चल रही बातचीत में एक महत्वपूर्ण योगदान देती है और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर एक खुली चर्चा को बढ़ावा देती है।