नई दिल्ली । अमेरिकी राष्ट्रपति ने इकोनॉमिक कॉरिडोर के ऐतिहासिक समझौते की सराहना करते पीएम मोदी को शुक्रिया कहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) के लिए ऐतिहासिक समझौते को गेम-चेंजिंग क्षेत्रीय निवेश बताया। राष्ट्रपति बाइडेन ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यह परियोजना दो महाद्वीपों में बंदरगाहों को आपस में जोड़ देगी और व्यापार, स्वच्छ ऊर्जा निर्यात और विश्वसनीय स्वच्छ बिजली तक पहुंच का विस्तार करना आसान बना देगी। इस कॉरिडोर का हिस्सा अमेरिका, भारत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ होंगे। जो बाइडेन ने कहा कि मुझे गर्व हो रहा है कि अमेरिका, भारत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ ने नए भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे के लिए एक ऐतिहासिक समझौते को अंतिम रूप दिया है। यह परियोजना सिर्फ ट्रैक बिछाने का नहीं, उससे कहीं अधिक है। यह एक गेम-चेंजिंग क्षेत्रीय निवेश है। वहीं भारत ने अमेरिका और कई प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के साथ शनिवार को रेलवे और शिपिंग कॉरिडोर की एक महत्वाकांक्षी बुनियादी ढांचा पहल की घोषणा की, जिसका उद्देश्य व्यापर, ऊर्जा और डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ाना है।
समझौते पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत कनेक्टिविटी को क्षेत्रीय सीमाओं तक सीमित नहीं करता है। सभी क्षेत्रों के साथ कनेक्टिविटी बढ़ाना भारत की प्राथमिकता रही है। हमारा मानना है कि विभिन्न देशों के बीच कनेक्टिविटी न केवल व्यापार बढ़ाने का बल्कि आपसी विश्वास को मजबूत करने का भी है। पीएम मोदी ने कहा कि आज हम सभी ने एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण समझौते का समापन देखा है। यह भारत, दक्षिण एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक एकीकरण का एक प्रभावी माध्यम होगा। इस परियोजना में दो अलग-अलग कॉरिडोर शामिल होंगे, एक पूर्वी कॉरिडोर, जो भारत को खाड़ी क्षेत्र से जोड़ेगा और एक उत्तरी कॉरिडोर जो खाड़ी क्षेत्र को यूरोप से जोड़ेगा। कॉरिडोर में रेलवे, जहाज नेटवर्क और सड़क परिवहन मार्ग शामिल होंगे। इस समझौते में भारत, अमेरिका, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ को अंतरराष्ट्रीय व्यापार में बड़ा फायदा होने वाला है।