नई दिल्ली । देशभर में आज मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पूरे जोशो-खरोश व धूमधाम से मनाया जा रहा है। बच्चे, बूढ़े नौजवान सहित पूरा राष्ट्र इस आजादी के जश्न में डूबा हुआ है। वहीं लाल किले की प्राचीर से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने राष्ट्रध्वज फहराकर सलामी ली और देश की जनता के नाम अपना संबोधन दिया। बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के खास मौके पर लगातार 10वीं बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित किया। इस अवसर पर पीएम ने ये ऐलान भी किया कि वो अगले वर्ष फिर से देशवासियों को संबोधित करेंगे। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देने के साथ की। इस दौरान उन्होंने तीन बुराईयों भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण का जिक्र किया और इन्हें को लोकतंत्र की तीन ऐसी विकृतियां करार दिया, जिनसे देश तथा समाज का बहुत नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि इन तीनों ‘बीमारियों’ के खिलाफ उनकी जंग जारी रहेगी।
लाल किले की प्राचीर से 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने की राह में अगर कुछ रुकावटें हैं तो ये विकृतियां ही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 75 सालों में कुछ विकृतियां ऐसे घर कर गई हैं, हमारी सामाजिक व्यवस्था का ऐसा हिस्सा बन गई हैं। कभी-कभी तो हम आंख भी बंद कर लेते हैं। लेकिन अब आंखें बंद करने का समय नहीं है। संकल्पों को सिद्ध करना है तो हमें आंख-मिचौली खत्म करके, आंख में आंख डालकर तीन बुराइयों से लड़ना है। यह समय की बहुत बड़ी मांग है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश की सभी समस्याओं की जड़ में भ्रष्टाचार है, जिसने दीमक की तरह देश की सारी व्यवस्थाओं को, देश के सामर्थ्य को पूरी तरह नोच लिया है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए लड़ाई जारी रहेगी।
राजनीति में परिवारवाद का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसने देश को लूट लिया है और तबाह किया है। इसने जिस प्रकार से देश को जकड़ कर रखा है, उसने देश के लोगों का हक छीना है। तुष्टीकरण को तीसरी बुराई करार देते हुए मोदी ने कहा कि इसने देश के मूलभूत चिंतन और सर्वसमावेशी राष्ट्रीय चरित्र को दाग लगाया है और उसे तहस-नहस कर दिया है। बगैर किसी राजनीतिक दल का नाम लिए उन्होंने कहा कि इन लोगों ने देश का बहुत नुकसान किया है। इन तीनों बुराइयों के खिलाफ पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ना है। भ्रष्टाचार, परिवारवाद, तुष्टीकरण देश के लोगों की आकांक्षाओं का दमन करते हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीब हों, दलित हों, पिछड़े हों, पसमांदा हों या फिर आदिवासी भाई-बहन, इनके हक के लिए तीनों बुराइयों से मुक्ति पानी है।
पीएम ने मणिपुर में की शांति की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए सबसे पहले आजादी दिलाने में अपनी जान गंवाने वाले शहीदों और सेनानियों को याद किया और उन्हें नमन किया। पीएम ने भाषण की शुरुआत करते ही दो महीनों से हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर में शांति स्थापित करने की अपील की। उन्होंने मणिपुर हिंसा पर सबसे पहले चर्चा करते हुए कहा कि मणिपुर में बीते दिनों हिंसा का दौर चला, लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं। पूरा भारत मणिपुर के लोगों के साथ है। पीएम ने कहा कि मां बेटियों के सम्मान से खिलवाड़ हुआ। उन्होंने अपील की कि मणिपुर के लोग शांति के पर्व को आगे बढ़ाए। शांति से ही हर हल निकलता है। केंद्र और राज्य सरकार शांति बनाए रखने के लिए भरपूर प्रयास कर रही और करती रहेगी।
पीएम ने लिया गार्ड ऑफ ऑनर
इससे पहले पीएम ने लाल किले पर पहुंचकर गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। लाल किले पर पहुंचने और तिरंगा फहराने से पहले प्रधानमंत्री राजघाट पहुंचे थे और उन्होंने यहां बापू महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। मोदी के लाल किले पर तिरंगा फहराने के बाद 21 तोपों की सलामी दी गई। इससे पहले, लाल किला पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। लाल किला पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री ने सलामी गारद का निरीक्षण किया। इसके बाद, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने जैसे ही राष्ट्रीय ध्वज फहराया, भारतीय वायु सेना के दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर मार्क-III ध्रुव ने कार्यक्रम स्थल पर पुष्प वर्षा की।
विश्व कर्मा योजना की होगी शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के कई समुदायों को नई ताकत देने के लिए अगले महीने विश्वकर्मा जयंती के मौके पर ‘विश्वकर्मा योजना’ आरंभ की जाएगी। यह योजना भारत के लाखों व्यवसाइयों और कारीगरों के उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगी। प्रधानमंत्री ने कुछ पेशेवर कामों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन कार्यों में लगे ज्यादातर लोग ओबीसी समुदाय से हैं। मोदी ने कहा, ‘‘इन लोगों को नई ताकत देने के लिए, आने वाली विश्वकर्मा जयंती पर करीब 13-15 हजार करोड़ रुपये से विश्वकर्मा योजना प्रारंभ की जाएगी। इस योजना का लाभ सुनार, लोहार, नाई, चर्मकार समुदाय को होगा जो पारंपरिक कौशल का काम करते है। ये योजना उन्हें सहायता मुहैया कराने के लिए शुरू होगी।
पीएम मोदी के भाषण की प्रमुख बातें
- देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और जनसंख्या में अग्रणी देश, मेरे परिवार के 140 करोड़ सदस्य आजादी का जश्न मना रहे है।
- पीएम ने इस दौरान देश को आजादी दिलाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को श्रृद्धांजलि अर्पित की।
- संबोधन में मोदी ने मणिपुर का भी जिक्र करते हुए वहां शांति बहाली की मांग की। उन्होंने कहा कि पूरा देश मणिपुर के लोगों के साथ है। शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा।
- पीएम ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि अमृतकाल में प्रवेश कर रहे है। आगामी एक हजार वर्षों तक देश का स्वर्णिम इतिहास रचेंगे। इस काल में होने वाली घटनाएं ही आने वाले एक हजार वर्षों तक अपना प्रभाव छोड़ेंगी।
- नए वर्ल्ड ऑर्डर पर पीएम ने कहा कि दुनिया में भारत के प्रति, नई आशा, नया विश्वास जागा है। उन्होंने तीन डी का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे पास डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डायवर्सिटी है, जो भारत को आगे ले जाएगी। ये हमारी त्रिवेणी है।
- पीएम ने देश के नौजवानों से कहा कि मैं बताना चाहता हूं कि देश में कई अवसर है। देश आसमान से भी अधिक अवसर देने में समृद्ध है।
- मोदी ने कहा देश की वर्तमान सरकार सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय को ध्यान में रखकर काम करती है। भारत पुरानी सोच छोड़कर नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए काम कर रहा है।
- देश की नई संसद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बीते 25 वर्षों से चर्चा हो रही थी, मगर मोदी ने समय से पहले ही नई संसद को बना दिया है क्योंकि ये काम करने वाली सरकार है जो निर्धारित लक्ष्यों के साथ काम करती है।
- पीएम मोदी ने ऐलान किया कि वो अगली बार भी लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। मतलब 2024 का चुनाव जीतकर देश में बीजेपी ही सत्ता हासिल करेगी।