सूरत । देश में एक ऐसी गणेश जी की मूर्ति भी है जो शुद्ध हीरे से बनी हुई है, जिसकी कीमत 500 करोड़ है। इसे दुनिया की सबसे महंगी मूर्ति बताया जा रहा है। यह भगवान गणेश की मूर्ति गुजरात के सूरत के एक व्यापारी राजेश भाई पांडव के पास है। जानकारी के अनुसार राजेश भाई पांडव सूरत के कातरगाम में रहते हैं और उनकी एक पॉलिशिंग यूनिट है। इसके साथ ही राजेश भाई पांडव और भी कई तरह के व्यापार करते हैं। राजेश भाई और उनके परिवार वाले मानते हैं कि जब से भगवान गणेश की यह मूर्ति उनके घर में स्थापित हुई है, तब से वह दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर रहे हैं। सूरत के पांडव परिवार के घर में विराजमान डायमंड के गणेश की कीमत करोड़ों में है। इसकी ऊंचाई महज 2.44 सेंटीमीटर ही है। इसे एक अनकट हीरे से बनाया गया है। इसी वजह से इस मूर्ति की कीमत लगभग 500 करोड़ रुपये आंकी गई है। जो देश के सबसे महंगे गणेश हैं मगर राजेश भाई के लिए यह डायमंड गणेश बेहद अनमोल हैं।
हालांकि देखने में यह मूर्ति एक आम सफेद क्रिस्टल की मूर्ति जैसी लगेगी, लेकिन असलियत में यह एक हीरा है जो भगवान गणेश की मूर्ति की तरह दिखाई देता है। साल 2005 में राजेश पांडव को ये मूर्ति साउथ अफ्रीका में एक नीलामी के दौरान मिली थी, हालांकि वहां पर इसकी नीलामी एक अनकट डायमंड के रूप में हो रही थी। लेकिन जब राजेश पांडव को ये मूर्ति दिखी तो उन्हें इनमें बप्पा की छवि दिखाई दी और इसलिए इन्होंने इसे नीलामी में खरीद लिया। साल 2016 में इस मूर्ति को सूरत के वार्षिक हीरा प्रदर्शनी में भी लगाया गया था।