दिल्ली । पूरे देश मे दीपोत्सव की धूम है। तीन दिन से चल रही खरीददारी और साफ सफाई के बाद अब घर, प्रतिष्ठान , गालियां और चौबारे सब जगह जग मग करते हुए महालक्ष्मी और गणेश की आगवानी के लिए तैयार है।
आज गुरुवार को दीपोत्सव होगा। इसके लिए हर घर मे तैयारियाँ चल रही है और अब इंतजार है तो सिर्फ पूजा के साथ गणेश ..लक्ष्मी ..कुबेर..रिद्धि और सिद्धि की अगवानी का ।
आज दोपहर आएगी अमावस्या
आज 31 अक्टूबर को अमावस्या है जो दोपहर में 3.52 से प्रारम्भ होगी और 1 नवम्बर शुक्रवार शाम 5.52 तक रहेगी।
यह है शुभ मुहूर्त
आज दीवाली पूजन के लिए विद्वान ज्योतिषियों ने मुहूर्त निकाले है –
गृहस्थों के लिए
शाम 5 बजे से 6.30 बजे तक
शाम 5.37 से 7 बजे तक प्रदोष काल
शाम 7.15 से 8.45 तक
छात्रों के लिए
शाम 6.48 से 8.48 वृषभ लग्न
व्यापारियों के लिए
शाम 7.15 बजे से 8.45 चंचल
रात्रि 1.15 बजे से 3.27 सिंह लग्न
कृषकों के लिए
शाम 5.45 से 7.15 तक ।
यह रहेगी पूजन सामग्री
लक्ष्मीपूजन के लिए यह सामग्री रहेगी-
पूजा की चौकी,लाल या पीला कपड़ा(पटे पर बिछाने के लिए),कलश,आम के 5 पत्ते,पान के दो पत्ते,दूर्वा,फूल-माला,कमल गट्टे , तुलसी दल,नारियल,नेवैद्य(भोग के लिए फल और मिठाई),मौली( कलावा),जनेऊ,खील – बताशा,गन्ना,पंचामृत,सबूत सुपारी,लौंग,इलायची,सबूत धनियां,गुड़,हल्दी की गांठ,पिसी हल्दी,अक्षत,रोली कुमकुम,अबीर,केसर, चंदन,सिंदूर,तेल,और शुद्ध घी ,दीपक 5 या 11 आरती के लिए, 1 अखण्ड दीप,रुई की गोल और लम्बी बाती,कपूर, धूप,इत्र, मुद्रा,सिक्के,माचिस, कॉपी, पेन
इससे मंत्रोच्चार के साथ लक्ष्मी जी का पूजन , आरती करें, मिष्ठान ,भोग ,चढ़ाएं और स्तुति