लंदन । ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सात जून से होने वाले आइसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पहले भारतीय टीम की चिन्ता का कारण उसका कमजोर मध्यक्रम है। इसी कारण बल्लेबाज श्रेयस मुकाबला के फिट नहीं होने पर आजिंग्य रहाणे को जगह दी गयी। ऐसे में चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली पर जिम्मेदारी और बढ़ जाएगी।
पुजारा, विराट और रहाणे 30 की उम्र के हो रहे हैं और यह साबित करने के लिए खेल रहे हैं कि उनके पास अभी भी कड़ी चुनौतियों के बीच भारत की बल्लेबाजी को आगे बढ़ाने की पर्याप्त क्षमता है। पिछले 18 महीनों से बाहर रहे रहाणे को घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन के बाद टीम में जगह मिली जबकि पुजारा को काउंटी में बेहतर प्रदर्शन के कारण। ऐसे में इन दोनो का ही लक्ष्य मध्यक्रम में अपनी उपयोगिता साबित करना रहेगा। वहीं कि कोहली यह दिखाना चाहते हैं कि वह अभी भी टेस्ट मैचों को प्रभावित कर सकते हैं।
वहीं टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर को भविष्य के लिए मध्य क्रम का स्तंभ करार दिया है। द्रविड़ को उस पूल के निर्माण की उम्मीद थी जिसे उन्होंने नवंबर 2021 में सीनियर टीम के साथ कार्यभार संभालने से पहले भारत के विकासात्मक पक्षों के प्रमुख के रूप में बनाया था।