विजयवाड़ा । पूर्व भारतीय क्रिकेटर (Cricketer) अंबाती रायडू (Ambati Rayudu) अब राजनीति में अपनी किस्मत आजमाएंगे। रायडू कृष्णा या गुंटूर जिले की किसी एक सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं। दरअसल रायडू ने काफी पहले ही राजनीतिक पिच पर बल्लेबाजी करने का इरादे जता चुके थे। रायडू जल्द ही आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसीपी में शामिल हो सकते हैं।
अंबाती रायडू गुंटूर जिले से आते हैं। उन्होंने पिछले हफ्ते दो बार आंध्र प्रदेश के सीएम और वाईएसआरसीपी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) से मुलाकात की थी। हालांकि जगन कथित तौर पर रायडू को अगले चुनावों में मैदान में उतारने के इच्छुक हैं, लेकिन अभी तक उन्होंने यह तय नहीं किया है कि विधानसभा या लोकसभा चुनाव में उन्हें मैदान में उतारा जाए या नहीं।
रायडू ने कहा कि वह जगन के फैसले का पालन करुंगा। सीएम रेड्डी राजनीति (Politics) में प्रवेश करने वाले युवाओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा हैं। वह एक क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय सभी क्षेत्रों में विकास की अगुआई कर रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ राजनेताओं ने सुझाव दिया है कि अगर रायडू विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं, तब वे पोन्नूर या गुंटूर पश्चिम क्षेत्रों में से किसी एक को चुनें। उन्हें लगता है कि मछलीपट्टनम लोकसभा क्षेत्र उनका सबसे अच्छा विकल्प है।
दरअसल वाईएसआरसीपी के पास मछलीपट्टनम से मौजूदा सांसद वी बालासौरी और पोन्नूर से विधायक केवी रोसैया हैं। हालांकि, गुंटूर पश्चिम के विधायक मदाली गिरिधर ने टीडीपी के उम्मीदवार के रूप में पिछला चुनाव जीता था, लेकिन बाद में उन्होंने वाईएसआरसीपी में पाला बदल लिया। कयास लगा रहे हैं कि बालासौरी की जगह किसी नए उम्मीदवार को उतारा जा सकता है। इसके अलावा कहा जाता है कि बालासौरी 2024 में विधानसभा चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं। वह कथित तौर पर पोन्नूर से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। इसके बाद रायडू मछलीपट्टनम से विकल्प हो सकते हैं।