ग्वालियर। दलित वोट साधने के लिए चम्बल संभाग के प्रभारी बनाये गए दलित नेता और पूर्व विधायक फूल सिंह बरैया का गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ भांडेर में आयोजित एक कार्यक्रम में दिया गया विवादास्पद और अमर्यादित बयान दुबारा मुख्यमंत्री बनने की चाह लिए बैठे कमलनाथ के लिए ग्वालियर चम्बल में उनके सत्ता तक पहुंचने के रास्ते को कंटकाकीर्ण कर सकता है। इस भाषण के बायरल होने के बाद हालांकि बीजेपी की तरफ से तो कोई कड़ी प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन जातिगत स्तर पर अंचल में बड़ा सियासी उफान आ गया है।
नरोत्तम के समर्थन में उतरी महिलाएं
इस बयान के बाद दतिया में डॉ मिश्रा ने बड़ी चतुराई से बीजेपी के महिला मोर्चा को बरैया के खिलाफ में उतार दिया है। महिला मोर्चा ने भाजपा प्रदेश कार्य समिति की सदस्य सरोज जोशी के नेतृत्व में महिला मोर्चा ने राजगढ़ चौराहे पर फूल सिंह बरैया का पुतला जलाया । इस मौके पर कांग्रेसी नेता फूल सिंह बरैया के द्वारा प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा उनके पिता एवं भाजपा संगठन पर की गई उचित टिप्पणी को लेकर कड़े शब्दों में निंदा की गई।
मुंह काला करने की दी धमकी
इस मौके पर मौजूद महिलाएं बहुत गुस्से में दिखी । उन्होंने चेतावनी और धमकी दी कि वे बरैया का मुंह काला करेंगीं ।
अजय सिंह ने भी गलत बताया
फूल सिंह बरैया ने भांडेर के जिस आयोजन में गृहमंत्री डॉ मिश्रा के पिता को लेकर जो आपत्तिजनक बात कही और अधिकारियों के खिलाफ बोला उस समय मंच पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया मौजूद थे। कार्यक्रम के तत्काल बाद उन्होंने बरैया की टिप्पणी पर असहमति जताई थी ।
बिगड़ सकता है कांग्रेस का गणित
कमलनाथ ने इस बार चम्बल अंचल का प्रभारी बरैया को बनांया है । इसके पीछे उनकी सोची समझी रणनीति है । दरअसल बरैया बहुजन समाज पार्टी के फाउंडर मेम्बर है और इसके संस्थापक कांशीराम के निकट सहयोगी रहे। एमपी में बसपा की जड़ें मजबूत करने में उनकी महती भूमिका मानी जाती है । काँग्रेस चाहती है कि जिस तरह दलितों को वे कांग्रेस से बीएसपी में ले गए वै ही वे उन्हें वापिस लाएं। चम्बल में दलित वोट बहुतायत में हैं । लेकिन अब यह विवाद बढ़ने से उसे ब्राह्मण वर्करों की नाराजी झेलनी पड़ सकती है। कोई भी बरैया द्वारा की गई टिप्पणी को उचित नही ठहरा रहा।