झाँसी । बीती रात उत्तर प्रदेश के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में बीती देर रात आग ने भयानक तांडव दिखाया। यहां स्थित नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में अचानक आग लग गई जिसमें 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई। जब यह घटना घटित हुई उस समय 47 बच्चे यहां भर्ती थे । 37 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया है और जिम्मेदार अधिकारियों को 12 घंटे में जांच रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है।उन्होंने स्थिति देखने के लिए अपने कुछ मंत्री और विभाग के आला अफसरों को झांसी भेज दिया है।
आधी रात को हुआ यह भयाभय हादसा
बताया गया कि नवजात शिशु देखभाल इकाई (एनआईसीयू) के एक हिस्से में रात लगभग 11 से 12 बजे के बीच अचानक शार्ट सर्किट हुआ जिससे आग लग गई। इसी भीषण आग में झुलसने से 10 नवजात शिशुओं की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना रात करीब साढ़े दस से 10 बजकर 45 मिनट के बीच हुई। वहां चिल्ड्रन वॉर्ड की खिड़की तोड़कर रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया । बचाव अभियान के तहत अबतक 37 से ज्यादा बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। बताया जा रहा है कि इस हादसे में 16 नवजात शिशुओं की हालत गंभीर है।
गम्भीर लापरवाही उजागर
उल्लेखनीय है कि झांसी का महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश के पुराने चिकित्सा शिक्षण संस्थाओं में शुमार है तो यह बुन्देलखंड क्षेत्र का सबसे बड़ा उच्चार केंद्र है जिस पर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिलों के लोगों का भार है । लेकिन यह मेडिकल कॉलेज अपनी अव्यवस्थाओं के लिए जाना जाता है। यहां इस आग की घटना में सबसे बड़ी बात जो सामने निकलकर आई है वह यह है कि आग लगने पर सेफ्टी अलार्म तक नहीं बजा।। जिससे सुरक्षा कर्मी और मेडिकल कॉलेज प्रशासन को समय रहते हादसे की जानकारी नहीं लग सकी यदि अलार्म बच जाता तो इतनी बड़ी दुर्घटना को रोका जा सकता था।