बाड़मेर । भारत-पाकिस्तान की सीमा पर बसे बाड़मेर जिले में एक बार फिर से सामूहिक हत्याकांड और आत्महत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने पहले अपने चार बच्चों को लोहे के ड्रम में बंद कर मार डाला और बाद में खुद ने भी फंदा लगाकर जान दे दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में ले लिया है। वह पूरे मामले की जांच में जुटी है। वारदात का कारण पारिवारिक विवाद माना जा रहा है। पुलिस के अनुसार वारदात बाड़मेर जिले के मंडली थाना इलाके के बानियावास गांव की ढाणी में हुई। जेठाराम की पत्नी उर्मिला ने पहले अपने चार बच्चों भावना (8), विक्रम (6), विमला (3) और मनीषा (2) को लोहे के ड्रम में बंद कर मौत के घाट उतार दिया। बाद में खुद ने भी कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलने पर मंडली थानाधिकारी कमलेश गहलोत पुलिस जाब्ते के साथ वहां पहुंचे। वहां उन्होंने पांचों शवों को कब्जे में लेकर उच्चाधिकारीयों को इसकी सूचना दी। उसके बाद बालोतरा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुभाष खोजा मौके पर पहुंचे। मौके पर एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया।
पुलिस ने वहां से साक्ष्य जुटाए। बाद में शवों को कल्याणपुर हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया। पुलिस ने वारदात के बाद मृतका उर्मिला के पीहर पक्ष को सूचना दी है। उनके आने के बाद सभी शवों का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस मामले की जांच करेगी। प्रारंभिक जांच में वारदात के पीछे कारण परिवारिक विवाद बताया जा रहा है। उर्मिला का पति बाहर खान में मजदूरी करता है। वारदात के समय वह घर नहीं था। पुलिस वारदात के वास्तविक कारणों की तह में जाने प्रयास कर रही है।