ग्वालियर । बीते दो दिनों से एमपी की सियासत में भूचाल ला रही एक ठेकेदार की चिट्ठी जिसमे सरकार पर 50 फीसदी कमीशन मांगने के संगीन आरोप है पर बीजेपी प्रदेश में जगह जगह पुलिस में शिकायत कर रही है। इस पत्र पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण यादव , प्रियंका गांधी, कमलनाथ ने भी ट्वीट किया था । इस मामले में ग्वालियर की क्राइम ब्रांच में भी एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
पुलिस अधीक्षक राजेंश सिंह चंदेल ने बताया कि शिकायत के आधार पर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर मुख्यमंत्री व मुख्यमंत्री कार्यालय की छवि धूमिल करने वालों पर ग्वालियर के क्राइम ब्रांच पुलिस थाने में आपराधिक प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया है। उन्होंने बताया कि एडवोकेट पंकज पालीवाल, कार्यकारिणी सदस्य भारतीय जनता पार्टी ग्वालियर द्वारा क्राइम ब्रांच थाने में FIR दर्ज कराने के लिये लिखित में आवेदन दिया था। जिस पर क्राइम ब्रांच में यह एफआईआर दर्ज हुई है।
नेताओं का नाम नही
खास बात ये कि इन्हीं दस्तावेजों का हवाला देकर पूर्व सीएम कमल नाथ व कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण यादव द्वारा सीएम शिवराज सिंह पर जुबानी हमला किया था। इसको लेकर ट्वीट भी किये गए थे। लेकिन ग्वालियर की क्राइम ब्रांच में दर्ज एफआईआर में इनमे से किसी का भी नाम एफआईआर में शामिल नही है।
यह है पूरा मामला
ग्वालियर की एक फर्म लघु एवं मध्य श्रेणी संविदाकार संघ और उसके ऑनर ज्ञानेन्द्र अवस्थी द्वारा फर्म के लेटर हेड पर मध्य प्रदेश की सरकार को 50 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार बताते हुए सोशल मीडिया पर यह लेटरहेड जारी करने पर उसमे इस फर्म का पता बंसत विहार कॉलोनी लश्कर ग्वालियर लिखा हुआ है। वहां पहुंचकर जब इस फर्म के बारे में पता किया गया तो न तो इस नाम की फर्म न ही ज्ञानेन्द्र अवस्थाी के बारे में कुछ पता लगा है। इसके बाद ग्वालियर की क्राइम ब्रांच ने अज्ञात आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक ने यह बताया
इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल ने बताया कि एडवोकेट पालीवाल द्वारा लिखित में आवेदन दिया गया था जिसमे कहा गया कि लघु एवं मध्यम श्रेणी संविदाकार संघ बसंत विहार कॉलोनी लश्कर ग्वालियर नामक संस्था के लेटर पैड पर ज्ञानेन्द्र अवस्थी के हस्ताक्षरित कूटरचित दस्तावेज तैयार किया गया है। इस दस्तावेज के माध्यम से मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश एवं मुख्यमंत्री कार्यालय की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस लिखित आवेदन के आधार पर क्राइम ब्रांच थाने में प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया। पुलिस टीम ने तत्काल बसंत विहार जाकर विवेचना शुरू की। उन्होंने बताया कि बसंत विहार के चारों सेक्टर में लघु एवं मध्यम श्रेणी संविदाकार संघ नाम की कोई संस्था नहीं पाई गई। साथ ही ज्ञानेन्द्र अवस्थी नाम के व्यक्ति का भी कोई पता नहीं चला है। पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम द्वारा आगे की कार्रवाई जारी है।