पेरिस । सर्बियाई टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच ने कहा है कि वह अपने को महान खिलाड़ी नहीं मानते। जोकोविच के अनुसार अपने को महान समझना पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों का अपमान करने के समान है। जोकोविच ने टेनिस इतिहास में सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाले पुरूष खिलाड़ी बनने के बाद कहा कि हर दौर के हालात अलग-अलग होते हैं। उन्होंने रविवार को फ्रेंच ओपन फाइनल में कैस्पर रूड को हराकर 22 बार के ग्रैंड स्लैम चैम्पियन रफेल नडाल को पीछे छोड़ते हुए अपना 23 वां खिताब जीता।
जहां जोकोविच के प्रतिद्वंद्वी स्विटजरलैंड के रोजर फेडरर ने 20 ग्रैंड स्लैम जीतने के बाद खेल को अलविदा कह दिया तो वहीं 22 खिताब जीतने वाले नडाल चोट से उबर रहे है। कई प्रशंसक फेडरर को सबसे महान खिलाड़ी मानते है तो वही नडाल की भी पूरी दुनिया में बड़ी फैन फॉलोइंग है। इन तीनों में अधिक ग्रैंड स्लैम के अलावा जोकोविच ने मास्टर्स 1000 स्तर की हर स्पर्धा को कम से कम दो बार जीत दर्ज की है जबकि फेडरर और नडाल इस स्तर की सभी स्पर्धाओं को नहीं जीत सके है। इसके अलावा जोकोविच एटीपी रैंकिंग में सबसे अधिक समय तक शीर्ष पर रहे है।
जोकोविच से जब पूछा क्या कि ‘इतिहास का सबसे महान पुरुष खिलाड़ी बनकर कैसा लग रहा है, तो उन्होंने काफी कहा, ‘‘ मैं यह नहीं कहना चाहता कि मैं सबसे महान हूं। मैंने पहले भी कहा है कि इस तरह का बयान हमारे खेल के विभिन्न युगों में सभी महान चैंपियनों के प्रति अपमानजनक है। उनका टेनिस खेलने तरीके आज से काफी अलग था। साथ ही कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अपनी पीढ़ी के प्रत्येक महान चैंपियन ने खेल पर एक बड़ी छाप छोड़ी है। वह एक एक विरासत की तरह है, जिसने हमें इतने बड़े स्तर पर खेलने के लिए प्रेरित किया।