ग्वालियर। शहर के सिरोल इलाके में रहने वाली 18 वर्षीय युवती ने अपने ही नाना-नानी और मामा को खाने में नींद की गोलियां मिलाकर खिला दीं और उन्हें बेहोश कर अपने प्रेमी के साथ दिल्ली भाग गई। युवती द्वारा खुद भी नींद की गोलियां गटक ली, जिसके चलते नींद की गोलियों के ओवरडोज से उसकी भी तबीयत बिगड़ गई।उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इधर उसके नाना-नानी वेंटीलेटर पर हैं। उनकी हालत गंभीर है और वह जिंदगी-मौत से लड़ रहे हैं। जबकि उसके मामा की हालत खतरे से बाहर है। इस मामले में सिरोल थाना पुलिस ने युवती पर एफआइआर दर्ज कर ली है। पुलिस उसके अस्पताल से डिस्चार्ज होने का इंतजार कर रही है। सिरोल थाने की एक टीम दिल्ली के अस्पताल में युवती तक पहुंच गई है।
सिरोल पुलिस के अनुसार घटना 28 जुलाई की रात की है। जब सिरोल इलाके में रहने वाले किशनलाल सखवार उम्र 60 साल, उनकी पत्नी कंठश्री उम्र 58 साल और उनके 22 वर्षीय बेटे सोनू को काजल सखवार ने मैगी में नींद की गोली मिलाकर खिला दी। काजल किशनलाल की नातिन है। वह मूल रूप से अंबाह के खिरेटा का पुरा की रहने वाली है। जिस युवक के साथ वह दिल्ली भागी, उसका नाम बंटी सखवार है। वह भी खिरेटा का पुरा का ही रहने वाला है। परिवार शादी करवाना नहीं चाहता था, उसने अपने प्रेमी से शादी करने के लिए नाना-नानी और मामा की ही जिंदगी खतरे में डाल दी। वह 3 वर्ष की उम्र से अपने नाना-नानी के पास रहती थी। कई दिनों से उसका प्रेम प्रसंग बंटी सखवार से चल रहा था। इस मामले में सोनू की शिकायत पर एफआइआर दर्ज की गई है।काजल के बयान होना बाकी हैं। उस पर एफआइआर दर्ज हो गई है। जैसे ही वह ठीक होगी, पुलिस उसकी गिरफ्तारी करेगी। इसके बाद उसके बयान होंगे। बयान में पूरी कहानी सामने आ जाएगी।