ग्वालियर। मध्य प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने कहा है कि लहार से भाजपा विधायक आपराधिक प्रवृत्ति का है 17 से 18 उस पर कैस चल चुके हैं। वह कुछ भी कर सकता है इसलिए पुलिस उसके बारे में जानकारी एकत्रित करे , जो व्यक्ति खुलेआम राइफल लेकर लोगों को डरा सकता है हमें लगता है उसकी प्रवृत्ति अपराधिक है । उसने खुलेआम राइफल लेकर लहार के सीएमओ को मारा उसका हमारे पास वीडियो भी है। जनता ने भी देखा है फिर भी उसके दबाव में सीएमओ को ट्रांसफर किया है रायसेन। जिस पर 17 कैस हैं उसके बारे में क्या कहें उसके इशारे पर लहार टीआई रविंद्र शर्मा कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कर रहा है अधिया बंदूक, शराब रखकर जेल पहुंचा रहा है जब वह आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है तो कुछ भी कर सकता है.
मकान की जमीन को लेकर चल रहे विवाद पर ग्वालियर पहुँचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ सिंह ने प्रशासन पर गम्भीर आरोप लगाए । उन्होंने कहाकि हमारा मकान 1 इंच भी सरकारी नहीं है जो हो रहा है । यह सब राजनीतिक दबाव के कारण हो रहा है । जो जांच रिपोर्ट बाहर आई है उसमें अटेर मेंहगांव के आर आई पटवारी के जांच दल ने जो रिपोर्ट बनाई थी उसे कलेक्टर ने फड़वा दिया। दबाव धौंस कर दूसरी रिपोर्ट बनवाई गई है जो पूरी तरह फर्जी है रिपोर्ट में जो हस्ताक्षर हैं उनके मिलान करके देख लो । कलेक्टर ऐसे पद पर हैं जिसकी जिम्मेदारी न्याय देने की होती है जिसकी जिम्मेदारी लोगों को न्याय और इंसाफ देने की होती है वह ऐसा करेगा तो इससे ज्यादा घ्रणित कार्य कोई और नहीं कहा जा सकता है
उनके मकान को लेकर मचे बवाल पर प्रदेश सरकार की भूमिका पर उन्होंने कहा कि मैं नहीं कह सकता । लेकिन बिना सरकार के इशारे पर तो हो नहीं सकता यह लेकिन सरकार ने अति उत्साह में जो काम किया वह गलत है। नामांतरण जैसे छोटे कार्य में 700 से 800 पुलिस कर्मी मेरे घर भेज दिए गए। अगर सीमांकन करना है तो यह किसी का निजी मामला है उसके लिए दल गठित किया जा रहा है। क्योंकि कलेक्टर भिंड संजीव श्रीवास्तव के विरुद्ध हमने कई सारी शिकायतें की हैं । भ्रष्टाचार की शिकायत है,गेहूं खरीदी की शिकायत है,अनुसूचित जाति जनजाति के नाम पर गबन की शिकायत है जो भी गलत होता है उसकी आवाज मैं उठाता हूं सच्चाई कहना हमारा धर्म है विपक्ष के नाते।
जहां तक मेरे मकान पर सवाल उठाने का सवाल है तो उसको लेकर हम कोर्ट में जाएंगे जो ऐसे कृत्य करेगा उसके खिलाफ न्यायालय की शरण लेंगे और न्यायालय उनके खिलाफ सख्त एक्शन लेगा।
ग्वालियर के संत कृपाल सिंह जी द्वारा उनके समर्थन में बयान जारी करने पर उन्होंने कहा कि
संत कृपाल सिंह जी विद्वान है लेकिन अन्याय देखकर उनको लगा है तो उन्होंने कहा है वह हमारा चाल चरित्र चेहरा जानते हैं उन्होंने समझा उनका विश्वास था कि हम यह कृत्य नहीं कर सकते हैं सरकारी जमीन को निजी बताकर हम कब्जा नहीं करते हैं