ग्वालियर। भाजपा पार्षद ब्रजेश श्रीवास ने रेस कोर्स रोड पर लग रहे होर्डिंग्स को अवैध बताते हुए संचालक पर दबाव बनाने के लिए खुद जेसीबी लेकर तुड़ाई के लिए पहुंच गए जिसके बाद पोल लगा रहे फर्म संचालक ने भी स्ट्रक्चर पर बैठकर धरना दिया और पार्षद पर जबरन होर्डिंग तोड़ने का आरोप लगाया, खास बात यह रही कि पार्षद के साथ तुड़ाई के लिए भवन शाखा, जेडओ व मदाखलत का कोई अधिकारी साथ नहीं था, तो तुड़ाई के लिए पार्षद को जेसीबी देने पर निगम प्रशासन पर भी सवाल उठ रहा है।
निगम की होर्डिंग्स शाखा द्वारा होर्डिंग के पोल लगाने के लिए टेंडर जारी कर लोकेशन तय होने के बाद फर्म संचालक दीपक जेठवानी से एग्रीमेंट कर वर्क आर्डर जारी किया जा चुका है और लोकेशन तय होने के बाद ही ठेकेदार शौचालय के पास लगे 12 पेड़ कटने से बचाकर नियमानुसार 100 मीटर की दूरी पर पोल स्ट्रक्चर लगाने का काम शुरू कर चुका है, जिसके चलते वार्ड 21 के पार्षद ब्रजेश श्रीवास वार्ड के डब्ल्यूएचओ व अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और ठेकेदार पर दबाव बनाने के लिए जेसीबी से तुड़ाई कराना चाही, तो ठेकेदार भी मौके पर पहुंच गया और पार्षद की कार्रवाई का विरोध किया। साथ ही भाजपा पार्षद को पोल स्ट्रक्चर लगाने के संबंध में दस्तावेज दिखाए, लेकिन पार्षद ने उन्हें दरकिनार कर दिया। तब ठेकेदार ने पार्षद को साफ कह दिया कि आपकी मांगें पूरी नहीं कर सकता हूं। आपको बता दें कि तुड़ाई का काम निगम जनकार्य शाखा के सीओ, सीसीओ, भवन अधिकारी, क्षेत्राधिकारी व होर्डिंग्स शाखा के अधिकारियों द्वारा करवाया जाना था, लेकिन पार्षद के कहने पर निगम कार्यशाला से जेसीबी मिलने व तुड़ाई के लिए पहुंचने पर सवाल उठ रहे हैं।
पार्षद श्रीवास का आरोप है कि होर्डिंग शौचालय पर लगना चाहिए लेकिन यह दूर लगाए जा रहे है जबकि होर्डिंग कॉन्ट्रेक्टर पीआरजे के संचालक दीपक जेठवानी का कहना है कि नियम में है कि सौ मीटर के दायरे में लगा सकते हैं। चूंकि शौचालय एक पेड़ से ढंका है इसलिए हम पेड़ नही काटना चाहते इसीलिये होर्डिंग को नियमानुसार सौ मीटर के दायरे में लगा रहे है। पार्षद जी को सारे नियम कायदे शर्ते बता भी चुके है। अनुबन्ध भी पढ़वा चुके हैं लेकिन वे जो डिमांड कर रहे है वह हम पूरी नही करेंगे क्योंकि हम नगर निगम को एडवांस भुगतान कर चुके है। स्वच्छता सर्वे शुरू होना है । उसके लिए समय से होर्डिंग लगना जरूरी है अन्यथा शहर का बड़ा नुकसान हो सकता है लेकिन ये अनावश्यक इसमें अड़ंगे लगा रहे है इसलिए हम भी धरने बैठे है।