ग्वालियर।डबरा के गिजौर्रा थाना अंतर्गत इकोना गांव में भाभी, भतीजे ने बदमाशों को चार लाख की सुपारी देकर अपने ही परिजन युवक की हत्या करवा दी। दुश्मनों को फंसाने के लिए इन्होंने थाने में झूठी रिपोर्ट भी लिखा दी। एक माह पहले हुई हत्या के मामले में पुलिस ने पहले दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया था, लेकिन एक आरोपी की पत्नी की शिकायत पर जब पुलिस बारीकी से घटना की विवेचना की गई तो मामला ही पूरी तरह उलट गया। फरियादी ही अपराधी बन गए।जो कहानी सामने आई उसके अनुसार मृतक के भतीजे ने मां एवं पत्नी के साथ मिलकर जमीन हड़पने के लिये ही हत्या करवाई थी। वारदात में मां व पत्नी मृतक के साथ ही थीं, उन्हीं ने इशारा कर बदमाशों से हत्या करवाई व थाने पहुंच गई थीं।
ऐसे हुई थी मोहन की हत्या
घटना के अनुसार नीलम बघेल पत्नी सोनू बघेल निवासी ग्राम इकोना ने गिजौर्रा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनका कुछ लोगों से जमीन का विवाद चल रहा है, जिसका सीमांकन होने वाला था। इसी बात पर आरोपितयों ने उंसके चचिया ससुर मोहन बघेल की हत्या कर दी है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
कैसे पुलिस ने किया पर्दाफाश
एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि नामजद में से एक आरोपी विजयराम की पत्नी रिंकी गुर्जर ने एक शिकायती आवेदन पत्र पुलिस को दिया, जिसमें पति को निर्दाेष बताकर दोबारा जांच की मांग की।एसपी राजेश सिंह चंदेल ने जांच कराई तो कहानी कुछ और निकली। पता चला कि मोहन बघेल की हत्या भतीजे ने ही पत्नी व मां के साथ मिलकर चार लाख रुपये सुपारी देकर करवाई थी। बदमाशों ने धमनिका तिराहे पर चाकू व बका से मोहन बघेल पर हमला कर दिया जिससे मोहन बघेल को गम्भीर चोटें आईं और इलाज के दौरान 8 जून को मृत्यु हो गई।
अविवाहित था मोहन
मोहन की शादी नहीं हुई थी, इसलिए उसकी जमीन पर अपनों की नीयत खराब हो गई और उन्होंने हत्या का षड़यंत्र रच दिया। मोहन एवं उसके स्वजन का कुछ लोगों से विवाद चल रहा था, इसी से मोहन की सुपारी दी। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। भतीजा सोनू, उसकी पत्नी नीलम व मां फरार हैं।